नयी दिल्ली : नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि सरकार की प्रमुख राजमार्गों के निकट हेलीपैड बनाने की योजना है ताकि दुर्घटना के शिकार लोगों को वहां से हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला जा सके. सिंधिया ने कहा कि देश के हेलीकॉप्टर क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए और ‘हेलीकॉप्टर आपात चिकित्सा सेवा’ (एचईएमएस) (helicopter emergency medical service) शुरू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
नागर विमानन मंत्री (civil aviation minister ) ने कहा, ‘‘मैं सड़क परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर यह पता लगाने का प्रयास कर रहा हूं कि क्या प्रमुख राजमार्गों के निकट हेलीपैड बनाए जा सकते हैं खासकर मुंबई और दिल्ली से जुड़े राजमार्गों पर ताकि कोई दुर्घटना होने की स्थिति में हम हेलीकॉप्टरों की मदद से लोगों को बचा सकें.’’
उद्योग मंडल सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में 250 हेलीकॉप्टर हैं और इनमें से 181 का परिचालन गैर-अनुसूचित संचालक करते हैं जबकि प्रति जिला हेलीपैड एक से भी कम है.
सिंधिया ने कहा, दुर्घटना के शिकार लोगों की मदद को राजमार्गों के साथ हेलीपैड बनाने की योजना - civil aviation minister
नागर विमानन मंत्री (civil aviation minister ) ने कहा, ‘‘मैं सड़क परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर यह पता लगाने का प्रयास कर रहा हूं कि क्या प्रमुख राजमार्गों के निकट हेलीपैड बनाए जा सकते हैं खासकर मुंबई और दिल्ली से जुड़े राजमार्गों पर ताकि कोई दुर्घटना होने की स्थिति में हम हेलीकॉप्टरों की मदद से लोगों को बचा सकें.’’
Scindia
मंत्रालय हाल में नई हेलीकॉप्टर नीति (new helicopter policy ) लाया था जिसने प्रक्रियाओं को सरल बनाया. हेलीकॉप्टर गलियारे भी विकसित किए जा रहे हैं और इस तरह के तीन गलियारे- मुंबई से पुणे, बेगमपेट से शम्साबाद और अहमदाबाद से गांधीनगर बन चुके हैं.
(पीटीआई-भाषा)