मुंबई : कोरोना संक्रमण के कारण मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है. कोरोना के संक्रमण को थामने के लिए देशभर में वैक्सीनेशन जारी है लेकिन अब अस्पतालों में अधिकतर मरीजों की मौत का कारण ऑक्सीजन की शॉर्टेज है. कोरोना मरीजों में ऑक्सीजन की कमी जानलेवा साबित हो रही है. देश के तमाम बड़े हॉस्पिटल्स में लोग ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ रहे हैं. विदेशों से भी ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है लेकिन अभी तक इसकी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
वही महाराष्ट्र स्थित कोल्हापुर के डॉ. भालचंद्र काकडे़ (ऑक्सीजन पर संशोधन करने वाले एक वैज्ञानिक) का ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई. बता दें भालचंद्र का निधन चेन्नई में हुआ है.
ऑक्सीजन का अलग अलग क्षेत्रों में संशोधन करने पर उनके नाम पर सात पेटंट है. कुछ दिन पहले काकडे़ कोरोना से संक्रमित हुए थे. उनका चेन्नई के एक अस्पताल में वेंटिलेटर के सहारा इलाज चल रहा था. लेकिन मंगलवार रात को अचानक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गया. ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने के कारण अस्पताल में 10 मरीजों की मौत हो गई. जिसमें वैज्ञानिक डॉ. भालचंद्र काकडे़ भी शामिल थे.