नई दिल्ली :उच्चतम न्यायालय में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) 2019 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 12 सितंबर को सुनवाई होगी. भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली पीठ इससे संबंधी 200 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. इस मामले को लेकर 220 याचिकाओं पर सुनवाई होने वाली है. यह मामला पिछले काफी लंबे से लंबित था. गौरतलब है कि इस कानून के खिलाफ देश में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुए थे. 15 दिसंबर 2019 से शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, जो करीब 100 दिनों तक चला था.
प्रदर्शनकारियों का मानना था कि इस कानून में मुस्लिम समुदाय का जिक्र नहीं होने को लेकर इस समुदाय के लोगों का मानना है कि इसका उनके खिलाफ दुरूपयोग किया जा सकता है. प्रदर्शन के दौरान इसको लेकर दिल्ली में हिंसा भी हुई थी, जिसमें करीब 54 लोगों की मौत हो गई थी. CAA को भारत सरकार ने 12 दिसंबर 2019 में संसद से पारित कराया था. इस कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है.