वाराणसी: 4 जुलाई से सावन की शुरुआत होने जा रही है और सावन की शुरुआत के पहले देवा दी देव महादेव काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में सावन की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार आने वाली भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए अधिकारियों ने फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है. इसमें मंदिर में सावन के सोमवार के दौरान वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही डायवर्जन प्लान लागू करने के अलावा फुलप्रूफ सुरक्षा का प्लान तैयार किया गया है.
सावन के सोमवार को लेकर मंडलायुक्त ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में मंगलवार दोपहर एक बैठक की. इसमें सावन में देश भर से आने वाले दर्शनार्थियों के दर्शन और सुरक्षा के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की. मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि सावन के सोमवार पर स्पर्श दर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. मंगला आरती को छोड़कर किसी भी आरती और शुगम दर्शन का टिकट नहीं काटा जाएगा. सभी दर्शनार्थियों को अलग-अलग मार्ग से प्रवेश देकर उसी मार्ग से वापस निकलने की व्यवस्था की जाएगी.
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि गंगा की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भगृह के पूर्वी द्वार पर, मैदागिन की तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भगृह के उत्तरी द्वार पर, सरस्वती फाटक की तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भ गृह के दक्षिणी द्वार पर और ढूंढीराज गली की तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से बाबा का दर्शन प्राप्त होगा. मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि अधिक मास होने के चलते इस बार सावन करीब 2 महीने का है. ऐसे में देशभर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए काशी पहुंचेंगे. इसलिए सभी अधिकारी दर्शन कराने की जगह श्रद्धालुओं की सुविधा और व्यवस्थाओं पर ध्यान रखेंगे. सावन के सोमवार के दिन मैदागिन और गोदौलिया की तरफ से कोई भी वाहन मंदिर की तरफ नहीं आएंगे. इसके लिए सभी विभागों को पत्र लिखकर वीआईपी दर्शन न करने की सूचना जारी करने का निर्देश दिया गया.
पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने कहा कि बैरिकेडिंग की व्यवस्था और पीएस सिस्टम की व्यवस्था बहुत ही सही तरीके से करा ली जाए. दर्शनार्थियों के लिए पेयजल और घाट की तरह से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेडिंग कराया जाय. मंडलायुक्त ने चिकित्सा विभाग को परिसर के अंदर चार जगह इमरजेंसी चिकित्सा कैंप लगाने का निर्देश दिया, वही दिव्यांगों और वृद्धजनों के लिए ई रिक्शा चलाने का भी निर्देश दिया.