नई दिल्ली : भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले सप्ताह हुई झड़प की बात सार्वजनिक होने के एक दिन बाद की सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग से सटी भारत-चीन सीमा के किनारे गांवों का निर्माण किया है और पीएलए सेना ने उस तरफ एक सड़क भी बनाई है. भारतीय सेना के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि नौ दिसंबर 2022 को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए एलएसी के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया.
इस बीच, झड़प पर चीन का पहला बयान आया है. उसके विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के साथ उसकी सीमा पर हालात 'स्थिर' बने हुए हैं. जब भारत ने तवांग के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प का मुद्दा उठाया तो चीन ने कहा कि सीमा पर स्थिति स्थिर है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, "जहां तक हम समझते हैं, चीन-भारत सीमा पर स्थिति कुल मिलाकर स्थिर है. राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से सीमा मुद्दे पर लगातार बातचीत चल रही है."
हालांकि, चीन ने कहा है कि भारत के साथ उसकी सीमा पर स्थिति स्थिर है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिक नौ दिसंबर को एलएसी के पास कंटीली लाठियां लेकर आए थे. भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है. रक्षा मंत्री द्वारा तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों, सीडीएस और एनएसए के साथ एक बैठक भी बुलाई गई थी. भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को झड़प पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश में तवांग से लगभग 35 किमी उत्तर-पूर्व में यांग्त्से में 17,000 फीट की ऊंचाई पर हुई थी.