नई दिल्ली: एनआरसी के पूर्व समन्वयक हितेश देव शर्मा ने आसू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य (AASU Chief Advisor Samujjal Bhattacharya) पर प्रतीक हजेला पर प्रति माह 16 लाख रुपये लेने का गंभीर आरोप लगाया है. हितेश देव शर्मा के विस्फोटक आरोप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. समुज्जल भट्टाचार्य ने कहा कि हितेश देव शर्मा के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि वह झूठ बोल रहे थे.
अपनी प्रतिक्रिया में, भट्टाचार्य ने कहा कि हितेश देव शर्मा का यह कहना कि उन्होंने प्रतीक हजेला के एक महीने बाद 16 लाख रुपये लिए हैं, झूठ है. वह बेहद झूठे हैं. वह सस्ते प्रचार के लिए रो रहे हैं. अच्छी मानसिकता वाले लोग ऐसी गैर जिम्मेदार बातें कभी नहीं कहते हैं. उन्हें मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए. इस तरह की झूठी बातें कहने के लिए हम उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे. हितेश देव शर्मा के आरोपों को खारिज कर दिया गया है और भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने मानहानि का मुकदमा दायर किया है.
गौरतलब है कि 31 जुलाई, 2022 को एनआरसी के राज्य समन्वयक के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अगस्त में कुछ विस्फोटक बयान देने वाले हितेश देव शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से फिर कुछ अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं. इस बार उन्होंने AASU के मुख्य सलाहकार समुज्जल कुमार भट्टाचार्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
हितेश देव शर्मा के आरोप के अनुसार, समुज्जल भट्टाचार्य ने एनआरसी के पूर्व समन्वयक प्रतीक हजेला से हर महीने 16 लाख रुपये लिए. हालांकि, उन्होंने पैसे को घोटाले का हिस्सा करार दिया और इसे अफवाह बताया. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में इस बात का भी जिक्र किया कि उन्हें सच्चाई नहीं पता है, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर चतुराई से लिखा कि घोटाले की जांच होगी तो सब पता चल जाएगा.
पहले दो पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मैं ढाई साल से ज्यादा समय तक एनआरसी का कोऑर्डिनेटर रहा. काफी वक्त हो गया, आसू के नेतृत्व ने मुझसे एक बार भी मुलाकात नहीं की, लेकिन मैंने सभी एनआरसी को क्रैक कर लिया है. समुज्जल भट्टाचार्य अक्सर शाम को नियमित रूप से एनआरसी कार्यालय जाते थे. जब प्रतीक हजेला समन्वयक थे.