नई दिल्ली :बीजेपी को कांग्रेस पर वार करने के मौके ही मौके मिल रहे हैं. इधर कपूरथला हाउस खाली करने के लिए दिल्ली आने की बात कर रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह गृह मंत्री अमित शाह से मिले और अफवाहों का बाज़ार फिर गर्म हो चला.
बीजेपी बार-बार कैप्टन की वो बात उठा रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब की सीमा चूंकि पाकिस्तान से मिलती है, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिद्धू को सूबे को मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहिए.
पंजाब के सियासी उठापटक पर भाजपा का वार इस मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि हम सभी देख रहे हैं कि पंजाब में किस प्रकार की स्थिति है. जो राजनीतिक सरगर्मियां वहां चल रही है वह वास्तविक रूप में चिंताजनक है, क्योंकि पंजाब बॉर्डर का राज्य है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पंजाब में स्थिरता रहना बहुत अनिवार्य और महत्वपूर्ण है.
मामला सिर्फ पंजाब का नहीं, आग राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी लगी हुई है. छत्तीसगढ़ के कई विधायक दिल्ली में इस उम्मीद में आ कर ठहरे हुए हैं कि आलाकमान से मिल कर सूबे के मुख्यमंत्री की शिकायत करेंगे. रायपुर में के पी सिंहदेव ने मुख्यमंत्री के खिलाफ उसी तरह माेर्चा खोल रखा है, जैसे जयपुर में गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट ने.
इसलिए बीजेपी ने नई रणनीति के तहत तीन राज्यों में कांग्रेस में पैदा हो रहे नेतृत्व के संकट को बड़ा बना कर पेश करने की सोची है. यानी अब वो ये कह कर कांग्रेस पर हमले करेगी कि कांग्रेस में नेतृत्व की कमी की वजह से सूबों में चल रही उनकी सरकारों को दिक्कत पेश आ रही है.
यानी सवाल कुल मिला कर राहुल और सोनिया गांधी की नेतृत्व क्षमता पर फिर उठाए जाएंगे. हालांकि रह रह कर ये काम कांग्रेस के अपने सिपहसालार करते रहे हैं, जैसे आज दिल्ली में कपिल सिब्बल ने किया.
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