अमरावती : महाराष्ट्र के अमरावती जिले में पुलिस ने महात्मा गांधी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर शनिवार को दक्षिणपंथी कार्यकर्ता संभाजी भिड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया. वहीं महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने इस बात पर जोर दिया कि संभाजी को गिरफ्तार किया जाए. पटोले ने कहा कि अगर भिड़े को सलाखों के पीछे नहीं डाला गया तो उनकी पार्टी 4 अगस्त को विधानसभा के मॉनसून सत्र की समाप्ति के बाद राज्यभर में आंदोलन करेगी. श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान संगठन के संस्थापक भिड़े पर आरोप है कि उन्होंने बृहस्पतिवार को अमरावती जिले के बडनेरा रोड इलाके में भारत मंगल हॉल में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपिता के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की.
एक अधिकारी ने बताया कि अमरावती में राजापेठ पुलिस ने भिड़े के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज किया है. पटोले ने कहा, "अगर राज्य सरकार भिड़े को गिरफ्तार नहीं करती है, तो कांग्रेस 4 अगस्त को विधानसभा का मॉनसून सत्र समाप्त होने के बाद पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन करेगी." पटोले ने आरोप लगाया कि भिड़े और भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच संबंध जगजाहिर हैं और उन्हें उनसे संरक्षण मिल रहा है. पटोले ने यह भी दावा किया कि भिड़े कोरेगांव भीमा जातीय हिंसा मामले में शामिल हैं, लेकिन फिर भी वह मुक्त हैं. एक जनवरी, 2018 को पुणे के कोरेगांव भीमा इलाके में उस युद्ध स्मारक के पास हिंसा हुई थी जिसे दलितों द्वारा काफी महत्व दिया जाता है.
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, भिड़े के बैनर फाड़े : इस बीच, कांग्रेस विधायक यशोमति ठाकुर और पूर्व मंत्री सुनील देशमुख के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अमरावती शहर के राजकमल चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया. ठाकुर ने मांग की कि भिड़े के खिलाफ भी देशद्रोह का आरोप भी लगाया जाए. कांग्रेस और कुछ आंबेडकरवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने यवतमाल शहर में विरोध प्रदर्शन किया और भिड़े के बैनर फाड़ दिए, जो वहां व्याख्यान देने और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आने वाले थे. इस प्रदर्शनों के दौरान भिड़े के पुतले को जूतों से पीटा गया और उसे जलाया गया. कांग्रेस के प्रदेश सचिव नंदकिशोर कुयाते ने यहां राजापेठ थाने में भिडे़ के खिलाफ शिकायत दी और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की.