आगरा: ताजमहल में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. आगरा नगर निगम की समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी ने अपने समर्थकों के साथ ताजमहल में चुनाव का प्रचार किया. चुनाव प्रचार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. साथ ही ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे. जिसे लेकर एएसआई और सीआईएसएफ में खलबली मच गई थी. रविवार को इस मामले में ताजगंज थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. जिले में नगर निकाय चुनाव के दौरान किसी प्रत्याशी के विरुद्ध दर्ज किया गया यह पहला मुकदमा है. इसके साथ ही ताजमहल की सुरक्षा और चेकिंग व्यवस्था को लेकर भी सवाल खडे हो रहे हैं.
वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों का कहना था कि ईद-उल-फितर की नमाज के लिए ताजमहल में सुबह 7 बजे से से 9 बजे तक प्रवेश निःशुल्क था. ताजमहल के शाही मस्जिद में सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर नमाज अदा की गई. इसी दौरान समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश जाटव और सपा जिलाध्यक्ष आजाद सिंह समेत कई कार्यकर्ताओं के साथ ताजमहल के अंदर रायल गेट पर खड़े हो गए. यहां सपा उम्मीदवार जूही प्रकाश जाटव और जिलाध्यक्ष आजाद सिंह नमाज अदा कर लौट रहे लोगों से हाथ जोड़कर वोट मांगने लगे.
इन लोगों के साथ लाल टोपी पहने और सपा के चुनाव चिह्न वाला पटका पहने समर्थक भी मौजूद रहे. जबकि ताजमहल के अंदर किसी भी तरह के प्रचार प्रसार पर रोक है. वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारी ताजमहल में लगे कैमरों की फुटेज खंगाल रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि चुनाव प्रचार का साक्ष्य मिलने पर मामले की शिकायत आगरा जिला निर्वाचन अधिकारी से की जाएगी.