लखनऊ :उत्तर प्रदेश में 2022 के आरंभ में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. सभी दल अपना जनाधार बढ़ाने के लिए हर संभव उपाय करने में जुटे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिग्गज नेता किरणमय नंदा ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले किरणमय नंदा इस चुनाव में पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों में शामिल हैं. पार्टी उनके लंबे राजनीतिक अनुभव का लाभ जरूर लेना चाहेगी. 2022 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की किस रणनीति के साथ बीजेपी और अन्य विरोधियों का सामना करेगी इसी सिलसिले में ईटीवी भारत ने किरणमय नंदा से विस्तार से बात की. देखिए प्रमुख अंश...
सवाल जवाब का सिलसिला शुरू करने से पहले हम आपको बता दें कि 77 वर्ष के नंदा मूल रूप से पश्चिम बंगाल से हैं. वह 1982 से 2011 तक यानी 29 वर्ष पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य रहे और उन्होंने इतने ही वर्ष कैबिनेट मंत्री के रूप में सरकार में काम किया. बाद में समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा. किरणमय नंदा अखिलेश यादव ही नहीं, बल्कि सपा संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भी करीबी रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने इन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है.
प्रश्न :उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव निकट हैं. क्या तैयारी है आपकी ?
उत्तर :देखिए, उत्तर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है. योगी के राज में प्रदेश में जंगलराज कायम हुआ है. लोग बदलाव चाहते हैं. जो विकास का काम अखिलेश ने किया था, लोग उसे आज भी याद करते हैं.
प्रश्न :इस बार किन मुद्दों के साथ आप चुनाव मैदान में जाएंगे ?
उत्तर :हम लोगों का जो मुद्दा है, वह है विकास. विकास न होने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था बदहाल है. किसान परेशान हैं. कोरोना काल में फैली अव्यवस्था किसी से छिपी नहीं है. पूरी दुनिया में राज्य की बदनामी हुई. यहां न डॉक्टर हैं न इलाज. जनता त्राहि-त्राहि कर रही है.
प्रश्न :लेकिन प्रदेश सरकार तो दावे कर रही है कि राज्य सबसे जल्दी कोरोना पर काबू पा लिया...
उत्तर :देखिए भाजपा का एजेंडा ही फर्जी है. यह जहां जाते हैं, फर्जी एजेंडा लेकर जाते हैं. बंगाल में सबने इसे देखा है.
प्रश्न :अखिलेश यादव की सरकार में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे बना था. इसके जवाब में योगी सरकार भी एक्सप्रेस-वे बना रही है. सरकार का दावा है कि उसने सड़कों पर बहुत काम किया है. हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं और भी तमाम योजनाएं हैं. फिर आपको कैसे लगता है कि योगी सरकार का काम अखिलेश से कमजोर है ?
उत्तर :देखिए, यह सरकार काम नहीं करती सिर्फ बोलती है. अखिलेश यादव ने जो एक्सप्रेस-वे बनाया था, वैसा एक्सप्रेस-वे पूरे देश में नहीं है. योगी हर जिले में मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं, पर डॉक्टर कहां हैं ? कोरोना में क्या हाल हुआ देखिए. डॉक्टर नहीं हैं. इलाज नहीं है. बीमार सड़क पर मर जाते हैं. यह दुनिया में शर्म का विषय है. कितने शव गंगा में फेंक दिए गए.
प्रश्न :आपकी अपनी पार्टी की क्या तैयारी है चुनाव मैदान में जाने के लिए ?