नई दिल्ली :समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और आजम खान ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे से राजनीतिक कयासबाजी को विराम लग गया है. पहले यह माना जा रहा था कि दोनों नेता लोकसभा के सदस्य बने रहेंगे, इसलिए वे विधानसभा सभा से इस्तीफा दे सकते हैं. अब यह तय हो गया है कि आजम खान और अखिलेश यादव की जोड़ी विधानसभा में मौजूद रहेगी.
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने मैनपुरी की करहल सीट से जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के सांसद और केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल को चुनाव में मात दी थी. अखिलेश 2019 के लोकसभा चुनाव में आज़मगढ़ से सांसद चुने गए थे. इसके अलावा वरिष्ठ सपा नेता आजम खान भी रामपुर से लोकसभा के लिए चुने गए थे. विधानसभा चुनाव में उन्होंने 10वीं बार रामपुर सदर सीट से जीत दर्ज की थी. सांसद आजम खां दो साल से सीतापुर की जेल में बंद हैं. जेल में रहते हुए ही वह रामपुर शहर से विधायक चुने गए. जब समाजवादी पार्टी ने प्रोटेम स्पीकर के तौर पर आजम खान के नाम पर सिफारिश की, तभी लोकसभा से उनके इस्तीफे की चर्चा तेज हो गई.
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश यादव और आजम खान लोकसभा में ही रहेंगे, क्योंकि वहां पार्टी के सदस्यों की संख्या केवल पांच ही है. अखिलेश और आजम खान के इस्तीफे के बाद सदन में सपा के तीन सदस्य ही रह जाएंगे. हालांकि इन दोनों नेताओं के इस्तीफे के बाद आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होंगे.