हरिद्वारःजनसंख्या के लिहाज से भारत दूसरे स्थान पर है. जनसंख्या में लगातार वृद्धि के बीच हरिद्वार के साधु संतों ने बड़ा बयान दिया है. संतों का कहना है कि सनातन संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा के लिए अब 'हम दो हमारे दो' के सिद्धांत को छोड़कर ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए. इसके अलावा संतों ने जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग की है.
एक तरफ संतों ने की जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग, दूसरी ओर हिंदुओं से की दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील
उत्तराखंड के हरिद्वार में संत सम्मेलन में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने पर जोर दिया गया. इसके अलावा संतों ने हिंदुओं से दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की. उनका कहना है कि तभी सनातन संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा हो पाएगी.
दरअसल, हरिद्वार के भूपतवाला में संत सम्मेलन आयोजित किया गया था. जिसमें योग गुरु बाबा रामदेव, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी समेत देश के दिग्गज संत मौजूद शामिल हुए. इस दौरान संतों ने तेजी से बढ़ रही जनसंख्या को लेकर बड़ा बयान दिया है. संतों का कहना है कि पहले 'हम दो हमारे दो' की बात कही जाती थी, लेकिन अब तमाम हिंदू परिवार महज एक बच्चे के सिद्धांत पर चल रहे हैं. जिससे हिंदुओं की संख्या बड़ी तेजी से कम हुई है. जिसके चलते संतों की संख्या भी तेजी से घटी है. लिहाजा, उन्होंने जनसंख्या असंतुलन को देखते हुए हिंदुओं से ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने का संदेश दिया है.
ये भी पढ़ेंःईटीवी भारत ने विश्व हिंदू परिषद के नेताओं से की बात, जनसंख्या नीति बनाने की मांग
हरिद्वार के संतों ने सनातन और राष्ट्र की रक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की है. संतों का कहना है कि इस्लाम धर्म में ज्यादा बच्चे पैदा करने की पंरपरा है. ऐसे में हिंदुओं को भी दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने होंगे. उनका कहना है कि अगर 'हम दो हमारे दो' या 'शेर का बच्चा..एक ही अच्छा' जैसे सिद्धांत पर चलेंगे तो आने वाला समय में हिंदू की संख्या कम हो जाएगी. जो देश और हिंदू संस्कृति के लिए अच्छा नहीं होगा. साथ ही उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग भी की.