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टीम इंडिया में दिनेश कार्तिक, ऋद्धिमान साहा की अनदेखी पर पूर्व सिलेक्टर्स ने उठाए सवाल - राजा वेंकट

साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में दिनेश कार्तिक के चयन के बाद ऋद्धिमान साहा की अनदेखी पर सवाल उठ रहे हैं. टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर रहे दिलीप बेंगसरकर इसे तकनीकी कारण मानते हैं, जबकि राजा वेंकट ने इसे चयन में दोहरा मानदंड बताया है.

Saha vs Karthik
Saha vs Karthik

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Published : May 26, 2022, 8:10 PM IST

कोलकाता : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू टी-20 सीरीज के लिए दिनेश कार्तिक को टीम इंडिया में जगह दी गई है. उनके चयन के बाद अब ऋद्धिमान साहा की चर्चा भी शुरू हो गई है. इंडियन क्रिकेट सिलेक्टर्स इस बात पर हैरानी जता रहे हैं कि आईपीएल में साहा ने कार्तिक जैसा ही प्रदर्शन किया. दोनों की उम्र भी लगभग समान है. ऋद्धिमान साहा 37 साल के हैं और दिनेश की उम्र 36 वर्ष है. फिर सिलेक्टर ने ऋद्धिमान साहा की अनदेखी क्यों की. खेल की दुनिया में एक सत्य यह भी है कि क्रिकेट अनिश्चितता का खेल है और कई मौकों पर सिलेक्शन तर्क की अवहेलना करते हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में दो ऐसे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिनका कैरियर खत्म मान लिया गया था. जी हां, हम भारत की बात कर रहे हैं 40 टेस्ट के अनुभवी रिद्धिमान साहा और इंडियन क्रिकेट टीम में वापसी करने वाले दिनेश कार्तिक की. इस आईपीएल सीजन में दिनेश कार्तिक ने 15 मैचों में 324 रन बनाए और बल्लेबाजों की लिस्ट में 25वें पायदान पर रहे, जबकि ऋद्धिमान साहा ने 10 मैचों में 312 रन बनाए.

इंडिया के पूर्व कप्तान और चीफ सिलेक्टर रहे दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि इंडियन टीम में कार्तिक का चयन इसलिए किया गया कि वह एक बेहतरीन फिनिशर हैं. उन्होंने कहा कि मैं चयनकर्ताओं की विचार प्रक्रिया के बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि सिलेक्टर्स ने उन्हें उनके मौजूदा फॉर्म के कारण चुना होगा और वह एक अच्छा फिनिशर है. दिलीप बेंगसरकर ने कहा कि सिलेक्टर विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल के साथ नंबर 5 या 6 पर एक फिनिशर की तलाश में होंगे और यही कार्तिक के शामिल होने का कारण हो सकता है. वह वैसे ही खेल सकते हैं जैसे एमएस धोनी खेलते थे.

भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता रहे राजा वेंकट भी कार्तिक के टी-20 नेशनल टीम में चयन और साहा की अनदेखी को सिलेक्टर्स का दोहरा मापदंड मानते हैं. उनका कहना है कि साहा देश का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर है. जब भी उन्हें मौका दिया गया, उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया. लोग उनकी बल्लेबाजी पर उंगली उठाते हैं, लेकिन उनकी बैटिंग औसत 30 से ऊपर है. उन्होंने भारत के लिए खेले गए अपने आखिरी टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी की थी.

पूर्व चयनकर्ता राजा वेंकट ने टेस्ट में साहा पर ऋषभ पंत को तरजीह दिए जाने की थ्योरी का भी समर्थन नहीं किया. उन्होंने कहा कि ऋषभ ने भारत के लिए एक या दो मैच जीते हैं, लेकिन वह पूरी तरह से असंगत है. मेरे विचार में साहा विकेट कीपिंग के लिए पहले पसंद होने चाहिए. ऋषभ को इंतजार करना चाहिए था क्योंकि उम्र उनके पक्ष में है. ऋषभ को अपनी विकेटकीपिंग में सुधार करने के लिए समय दें और बल्लेबाजी कौशल को निखारें. जहां तक फिटनेस का सवाल है, पूर्व चयनकर्ता को लगता है कि साहा 37 साल की उम्र में भी सबसे फिट लड़कों में से एक हैं.

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