सागर। प्रदेश में जहां शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, वहीं उन स्कूलों के लिए शिक्षक तक नसीब नहीं हो रहे हैं. दूसरी ओर आलम ये है कि सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक, खुद स्कूल न जाकर अपनी जगह पर किराए का टीचर लगाकर नौनिहालों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं. सागर जिले के बंडा विकासखंड के मंजला प्राथमिक स्कूल का हाल ये है कि, स्कूल में पदस्थ सिर्फ 2 शिक्षकों में से एक शिक्षक को दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया गया है और दूसरे शिक्षक ने स्कूल न जाकर गांव के युवक को बच्चों को पढ़ाने के लिए किराए पर रख दिया है. मीडिया के जरिए मामला सामने आने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
क्या है मामला: एक तरफ हजारों बेरोजगार प्रदेश के स्कूलों में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं और स्कूलों में पद खाली पड़े हुए हैं. दूसरी तरफ आलम यह है कि, जिन शिक्षकों का काम पढ़ाने का है और सरकार से मोटी तनख्वाह ले रहे हैं. वह शिक्षक स्कूल न जाकर किराए का टीचर अपनी जगह पर लगाकर बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं. सागर जिले की बंडा विधानसभा क्षेत्र के मंजला प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक मुन्ना लाल साहू ने स्कूल में पढ़ाने के लिए किराये का टीचर लगाए हुए है. प्राथमिक शाला में 2 शिक्षक पदस्थ हैं, जिनमें से एक शिक्षक की ड्यूटी मझगुवा ग्राम पंचायत के स्कूल में लगा दी गई और बाकी जो एक शिक्षक हैं, वह कभी स्कूल नहीं आते हैं. सिर्फ उपस्थिति दर्ज करने के लिए स्कूल आते हैं. उन्होंने अपनी तरफ से गांव के एक युवक के लिए पढ़ाने के लिए लगाया है.