बरेलीःजिले में पहुंचीं विश्व हिंदू परिषद के नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष को लेकर तीखा बयान देते हुए कहा कि उनके पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए, पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं समझ पाए. इतना ही नहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बीच हुई तीखी नोकझोंक पर अखिलेश यादव को संस्कारों का परिचय देने की बात कही.
वार्ता में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में कहा कि बाबा विश्वनाथ का मंदिर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा. यह जो शिवलिंग बहुत सारे मंदिरों की आकृतियां निकल रही है इससे निश्चित रूप से पूरा देश जानता है, लेकिन कुछ लोग सच को छुपाने का काम कर रहे हैं. बाबा विश्वनाथ हमारे ही रहेंगे, इतना ही नहीं उन्होंने मुस्लिम समाज पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए, लेकिन ज्ञानवापी का अर्थ नहीं जानते. वह मंदिर था मंदिर है और मंदिर ही रहेगा.
विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में विवादित बयान दिया है. साध्वी प्राची ने फाउंटेन और शिवलिंग के विवाद पर कहा कि जो लोग बेगम, बीवी और बकरी में अंतर ना समझ पाएं, वो शिवलिंग और फव्वारे में अंतर समझा रहे हैं. देश में 400 साल पहले बिजली नहीं थी, फव्वारा क्या फूंक मारकर चालू किया जाता था.साथ ही उन्होंने ज्ञानवापी मंदिर के शिवलिंग के पास हाथ धोने और कुल्ला करने के सवाल पर कहा कि हिंदू धर्म को अपमानित करने का एक काम किया था. यह उन लोगों की सोची समझी साजिश थी. इन लोगों ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का काम किया, वहां बाजू कर रहे थे, हाथ धो हो रहे थे, गंदा पानी डाल रहे थे हमारे शिवलिंग पर. इनका यह बहुत सोची समझी साजिश के तहत गहरा षड्यंत्र है. पत्रकारों से वार्ता करते हुए ओवैसी के सवाल पर साध्वी प्राची ने कहा कि ओवैसी का किस तरह का स्तर किस तरह गिर सकता है. देश के अंदर हिंदुस्तान की एजेंसियों से निवेदन करना चाहती हूं कि जरा इन पर नजर रखी जाए. ओवैसी यह देश के अंदर गिरा युद्ध करना चाहते हैं. बुधवार को सदन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बीच हुई थी नोकझोंक के सवाल पर साध्वी प्राची ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता जानती है कि सीएम और उपमुख्यमंत्री कितने नरम और कितने अच्छे व्यक्ति हैं. वहीं अखिलेश ने जो कल परिचय दिया वह उनके संस्कार हीनता का परिचय है. पूरे प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में इनकी थू-थू हो रही है. इनमें संस्कार नाम की कोई चीज नहीं है.
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