कौशांबी:बच्चा चोरी की अफवाह पदयात्रा पर निकले साधुओं और उनके सहयोगियों के लिए भारी पड़ गई. कौशांबी में बुधवार को बच्चा चोर गिरोह के मेंबर होने के शक में ग्रामीणों ने तीन साधुओं और उनके दो सहयोगियों को जमकर पीटा. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बचाकर मंझनपुर कोतवाली लाया गया. पुलिस की पूछताछ में यह सामने आया है कि इन साधुओं ने विश्व कल्याण का संकल्प लेकर गंगोत्री से पैदल यात्रा शुरू की थी. अपने संकल्प के अनुसार, ये सभी 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन के लिए यात्रा कर रहे हैं. एसपी हेमराज मीना ने लोगों से वॉट्सऐप पर फैलाई जा रही अफवाह से सतर्क रहने की अपील की है.
कौशांबी जिले में बच्चा चोरी की अफवाह अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई है . मंझनपुर कोतवाली के अनुसार पिछले 48 घंटे में कई जगह से बच्चा चोरी होने की झूठी सूचना पुलिस को मिली थी. इन अफवाहों के बीच बुधवार सुबह 8 बजे तीन साधु और उनके दो सहयोगी कोडार गांव के लोगों के गुस्से का शिकार हो गए. वहां के दो बच्चों ने आरोप लगाया कि इन साधुओं ने नकली नोट और ड्राई फ्रूट का लालच देकर उनके अपहरण की कोशिश की. बच्चों के शोर मचाने पर कोडार गांव के लोगों ने साधुओं और उनके सहयोगियों को दबोच लिया. इसके बाद उन्होंने उनकी जमकर पिटाई की. जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह साधुओं को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया. पुलिस पांचों लोगों को हिरासत में लेकर थाने पहुंची है.
एसपी हेमराज मीना के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि मथुरा के रहने वाले रामकृष्ण दास, राजाराम दास और सिद्धार्थनाथ विश्व कल्याण के लिए तीर्थयात्रा पर निकले थे. इन साधुओं ने गोमुख (गंगोत्री) से जल लेकर 12 ज्योतिर्लिंग के अभिषेक का संकल्प लिया था. रास्ते में पड़ने वाले ज्योतिर्लिंग पर जल चढ़ाते हुए ये लोग चित्रकूट होते हुए उज्जैन जा रहे थे, मगर मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के कोडार गांव में अफवाह के कारण ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए.
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