लखनऊ :राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कई मुद्दों को लेकर विपक्षियों पर हमला बोला. उनके निशाने पर खासतौर से बीजेपी रही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनावी गतिविधियां चालू हो गई हैं. 31 अक्टूबर को गोरखपुर में प्रियंका की ऐतिहासिक सभा हुई. लंबे अरसे के बाद मुख्यमंत्री के जिले के अंदर अपार जनसमूह एकत्र हुआ.
यूपी में छिपाएं जा रहे हैं अपराध
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार और यूपी पुलिस कानून के दायरे के बाहर काम कर रही है. जहां भी अपराध हुआ उन्हें छिपाने का काम हुआ. पुलिस का इकबाल खत्म हुआ है. यह चिंता का विषय है. भाषण बहुत दिए जा रहे हैं, जनता को कोई राहत नहीं मिल रही है. अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बय़ान को लेकर कहा कि इस बात का स्पष्टीकरण वह दें जिन्होंने यह बयान दिया है. हम तो विकास के मुद्दे पर काम कर रहे हैं.
कांग्रेस को बदनाम करने वाले मुद्दों पर चर्चा नहीं
उन्होंने कोल घोटाले के सवाल को लेकर कहा कि सीएजी विनोद राय ने एक हलफनामा दिया और उसमें उन्होंने कबूल किया कि संजय निरुपम उस समय पीएसी के सदस्य थे जिसमें उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने कोल घोटाले में नाम हटाने के लिए कभी नहीं कहा. किसी तरह का घोटाला हुआ ही नहीं था और बताया गया था कि एक लाख, 76 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है.
उन्होंने कहा कि विनोद राय ने अब स्वीकार किया है कि उन्होंने झूठ बोला था. कोई घोटाला नहीं हुआ था. कोर्ट ने भी उसे सीधे तौर पर खारिज कर दिया है. विनोद राय ने मनगढ़ंत कहानी लिखी थी. आज न सीएजी की चर्चा हो रही है न लोकपाल की चर्चा हो रही है, जिन मुद्दों को लेकर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की गई.