नई दिल्ली : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बीच भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन से मुलाकात की. उन्होंने अफगानिस्तान के हालातों पर चिंता जताई है. संयुक्त राष्ट्र में अपने कार्यक्रमों के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि आज अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होगी.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का कहना है कि वे लगातार अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्हाेंने कहा कि भारत आने के इच्छुक लोगों की चिंता को समझना होगा. वहीं इसके दाैरान एयरपोर्ट सेवा काे बहाल रखना सबसे बड़ी चुनौती होगी.
भारत के सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के तहत इस हफ्ते दो उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र में कार्यक्रमों में अफगानिस्तान में स्थिति पर चर्चा की उम्मीद है.
जयशंकर सोमवार को यहां पहुंचे जब सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में स्थिति पर एक आपात बैठक की. 10 दिनों में यह दूसरी बार है कि जब युद्धग्रस्त देश में तेजी से बिगड़ती स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारत की अध्यक्षता के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक हुई.
जयशंकर ने ट्वीट किया, अफगानिस्तान में घटनाक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आज महत्वपूर्ण चर्चा. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं को जताया. संयुक्त राष्ट्र में मेरे कार्यक्रमों के दौरान इन पर चर्चा की उम्मीद है.
उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ अफगानिस्तान में ताजा घटनाक्रमों पर चर्चा भी की और कहा, हमने काबुल में हवाईअड्डा संचालन बहाल करने की अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया. हम इस संबंध में अमेरिकी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि दोनों शीर्ष राजनयिकों ने अफगानिस्तान संबंधी हालात पर चर्चा की.
सिलसिलेवार किए गए ट्वीट्स में जयशंकर ने कहा कि वह काबुल में स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. उन्होंने कहा, भारत लौटने वाले लोगों की बेचैनी समझता हूं. हवाईअड्डे का संचालन मुख्य चुनौती है. इस संबंध में साझेदारों के साथ चर्चा की गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत काबुल में सिख और हिंदू समुदाय के नेताओं के लगातार संपर्क में है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया कि जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर उसके शांतिरक्षा स्मारक पर एक कार्यक्रम में भाग लेंगे.
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