कीव : रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 40वां दिन है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमला नरसंहार के समान है. उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान यह टिप्पणी की. जेलेंस्की ने सीबीएस के साथ साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन में 100 से अधिक राष्ट्रीयताएं हैं और 'यह इन सभी राष्ट्रीयताओं के विनाश और विध्वंस से जुड़ा है.' जेलेंस्की ने कहा, 'हम यूक्रेन के नागरिक हैं और हम रूसी संघ की नीति के अधीन नहीं होना चाहते.'उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि हमें बर्बाद और तबाह किया जा रहा है और ऐसा 21वीं सदी के यूरोप में हो रहा है. इसलिए, यह पूरे देश पर अत्याचार है.'
यूक्रेन के बूचा शहर में मिले सैकड़ों शव, रूस पर नरसंहार का आरोप
रूस के अपने सैनिकों को पीछे हटाने के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव की बाहरी सीमा पर मिले शव बर्बरता की तरफ इशारा कर रहे हैं, क्योंकि कुछ के हाथ भी बंधे थे, तो कुछ को नजदीक से गोली मारी गई थी। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि कीव क्षेत्र के कस्बों में 410 नागरिकों के शव मिले हैं. यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र से लौटने से पहले सेना ने युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है और वह अपने पीछे एक भयावह मंजर छोड़ गए हैं. यूक्रेन के शहर बूचा से इन शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद यूरोपीय नेताओं ने अत्याचार की निंदा की और रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया. जर्मनी की रक्षा मंत्री क्रिसटीन लैम्ब्रेक्ट ने यूरोपीय संघ से रूसी गैस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करने का आग्रह किया है.
द एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों ने राजधानी के उत्तर-पश्चिम में बूचा के आसपास विभिन्न स्थानों पर कम से कम 21 लोगों के शव देखे। नौ लोगों के शव एक-साथ देखे, सभी के कपड़ों से उनके असैन्य नागरिक होने का पता चल रहा था. शव ऐसी जगह पड़े थे, जिसके बारे में निवासियों का कहना है कि रूसी सैनिकों ने इसे अपना अड्डा बना रखा था. इनमें से कम से कम दो के हाथ बंधे थे, एक शव पर सिर में गोली लगने और दूसरे के पांव में गोली लगने के निशान थे. यूक्रेनी अधिकारियों ने हत्याओं के लिए पूरी तरह से रूसी सैनिकों को जिम्मेदार ठहराया है और राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की ने इसे नरसंहार का सबूत बताया। वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने उपनगरीय सड़कों पर पड़े शवों को एक भयावह मंजर बताया. उन्होंने दावा किया कि मारे जाने से पहले कुछ महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद रूसियों ने उनके शवों को जला दिया. वहीं, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, रूसी सेना के युद्ध अपराधों को पृथ्वी पर इस तरह की बुराई का अंतिम मंजर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का समय आ गया है. जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सरकार यूक्रेन में रूसी सेना द्वारा किए गए हर अपराध की जांच के लिए एक विशेष न्याय तंत्र बनाने के लिए कदम उठाएगी.