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जंग के बीच रूस ने दिए नरमी के संकेत, पश्चिमी देशों को अब भी संदेह - जंग के बीच रूस ने दिए नरमी के संकेत

युद्ध सामप्त करने के मकसद से यूक्रेन और रूस के बीच नये दौर की वार्ता हुई. रूस ने कहा कि वह यूक्रेन की राजधानी के आसपास सैन्य अभियान में कटौती करेगा. रूस द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर शुरू किए गए हमले के बाद पहली बार है, जब रूस ने कुछ नरमी के संकेत दिए हैं. वहीं, रूस के कीव से पीछे हटने के दावे पर पश्चिमी देशों को अब भी संदेह है.

RUSSIA UKRAINE WAR-
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Published : Mar 30, 2022, 8:03 AM IST

कीव: रूस ने युद्ध समाप्त किए जाने के (russia ukraine war) मकसद से जारी वार्ता में संभावित रूप से समझौता किए जाने का संकेत देते हुए कीव और चेर्नीहीव के पास सैन्य अभियान में ‘कटौती’ करने का फैसला किया है. यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कहा कि उसने एक रूपरेखा पेश की है जिसके तहत देश अपने आप को निष्पक्ष घोषित करेगा और अन्य देश उसकी सुरक्षा गारंटी देंगे.वार्ता के बीच रूस के उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने कहा कि रूसी सुरक्षा बल कीव और चेर्नीहीव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करेंगे.

यूक्रेन के साथ बातचीत में शामिल रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेदिंस्की ने कहा है कि एक संभावित शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए यूक्रेन के तैयार होने की स्थिति में रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच एक संभावित बैठक के लिए सहमत हो गया है. यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कहा कि उसने कानूनी रूप से बाध्यकारी सुरक्षा गारंटी के आधार पर भविष्य के शांति समझौते के लिए एक संभावित प्रारूप तैयार किया है जो यूक्रेन पर हमला होने पर अन्य देशों को हस्तक्षेप करने का अधिकार प्रदान करेगा.

आमने-सामने की बातचीत, पश्चिमी देशों को संदेह

तुर्की में मंगलवार को रूस और यूक्रेन के वार्ताकारों के बीच हुई आमने-सामने की बातचीत के दौरान फोमिन का ये बयान सामने आया है. पिछले दौर की वार्ताएं विफल रहने के बाद रूस के इस बयान से ताजा बातचीत में सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने कहा है कि रूस पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों का जमावड़ा कर रहा है लेकिन यह अभी नहीं कहा जा सकता कि क्या कीव के आसपास सैन्य अभियान कम करने का मॉस्को का दावा सही है. खुफिया जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मॉस्को, यूक्रेन के सबसे प्रशिक्षित और उपकरणों से लैस सुरक्षा बलों को घेरने की कवायद के तौर पर डोनबास में सैन्य तैनाती मजबूत कर रहा है.

पश्चिमी देश के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि यह स्पष्ट है कि रूस के हथकंडे और रणनीतियां बदल रही हैं’’ लेकिन अभी यह साफ नहीं है तस्वीर क्या हो सकती है. वहीं, व्हाइट हाउस ने रूस के उन दावों को झूठा और भ्रामक बताया कि अमेरिकी सरकार मॉस्को के खिलाफ साइबर अभियान शुरू कर रही है. पिछले सप्ताह के अंत में और मंगलवार को ऐसे संकेत मिले कि रूस अपने युद्ध के लक्ष्यों में कटौती करना चाहता है क्योंकि रूस ने कहा है कि अब उसका 'प्रमुख लक्ष्य' पूर्वी यूक्रेन के डोनबास प्रांत को अपने नियंत्रण में लेना है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूछा कि क्या रूस की घोषणा वार्ता में प्रगति का संकेत है या अपना हमला जारी रखने के लिए वक्त लेने की मॉस्को की तरकीब है. उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे. जब तक मैं यह नहीं देख लेता कि उनके कदम क्या हैं, तब तक मैं इसके मायने नहीं निकाल सकता.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उन्हें कुछ भी ऐसा दिखाई नहीं देता, जिससे महसूस हो कि वार्ता 'रचनात्मक तरीके' से आगे बढ़ रही है. उन्होंने रूसी सैन्य बलों को पीछे हटाने के संकेत को मॉस्को द्वारा लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास करार दिया. ब्लिंकन ने मोरक्को में कहा, 'एक तरफ वो है जो रूस कहता है और दूसरी तरफ, वो है जो रूस करता है और हम दूसरे हिस्से पर ध्यान केंद्रित करते हैं. रूस जो कर रहा है, वो यूक्रेन को लगातार तबाह करने वाला है.'इस बीच, रूस और यूक्रेन के बीच मंगलवार को तुर्की में आमने-सामने की वार्ता शुरू होने के साथ उम्मीद लगायी जा रही है कि युद्ध समाप्त किए जाने पर कोई सहमति बन सकती है.

पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने कहा है कि रूस पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों का जमावड़ा कर रहा है लेकिन यह अभी नहीं कहा जा सकता कि क्या कीव के आसपास सैन्य अभियान कम करने का मॉस्को का दावा सही है. यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने कहा कि इस्तांबुल में हो रही बैठक के दौरान युद्धविराम पर सहमति के साथ ही यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इससे पहले भी दोनों देशों के वार्ताकारों के बीच हुई अन्य दौर की बातचीत में भी इन मुद्दों पर जोर रहा था. हालांकि, वार्ता असफल रही थी.

वार्ता से पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि मॉस्को की मांग के अनुसार उनका देश अपनी तटस्थ स्थिति की घोषणा करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि वह डोनबास प्रांत को लेकर भी समझौते पर विचार करने को तैयार हैं. हालांकि, जेलेंस्की ने कहा कि वार्ताकारों के बातचीत के लिए एकत्र होने के बावजूद 'निर्मम युद्ध' जारी है. वहीं, रूसी सुरक्षा बलों ने पश्चिमी यूक्रेन स्थित एक तेल डिपो को और दक्षिण में एक सरकारी इमारत को निशाना बनाया है.

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तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि दोनों पक्षों पर लड़ाई रोकने की 'ऐतिहासिक जिम्मेदारी' है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युद्ध का लंबा चलना किसी के भी हित में नहीं है. जेलेंस्की ने सोमवार देर रात कहा था कि यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने राजधानी कीव के उत्तर-पश्चिम स्थित प्रमुख उपनगर इरपिन को दोबारा अपने नियंत्रण में ले लिया है. जेलेंस्की ने वीडियो संदेश में कहा, 'हमे अब भी लड़ना होगा, हमे सहन करना होगा. यह निर्मम युद्ध हमारे देश, हमारे लोगों और हमारे बच्चों के खिलाफ है.'इस बीच, तुर्की के विदेश मंत्री ने मंगलवार को कहा कि वार्ता में सार्थक प्रगति हुई और दोनों पक्षों ने कुछ मुद्दों पर आम सहमति जतायी है. एक ओर जहां वार्ता चल रही थी वहीं, रूसी सेना ने दक्षिणी बंदरगाह शहर माइकोलेव में सरकारी प्रशासन की नौ मंजिला इमारत में धमाका किया, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी. मलबे में और शवों की तलाश की जा रही है. यूक्रेन की सेना ने कहा कि उसने कीव और चेर्नीहीव के आसपास कुछ रूसी सैन्य बलों की वापसी देखी है.

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