कीव :यूक्रेन पर रूसी सैनिकों के हमले के बाद यूरोप के सबसे बड़े जेपोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई है. रूसी सेना ने यूक्रेन के एक प्रमुख बंदरगाह पर नियंत्रण कर लिया (Russian army takes control of a major port in Ukraine) और देश को उसकी तटरेखा से अलग करने के प्रयासों के तहत एक अन्य की घेराबंदी कर ली है.
रूस ने यूक्रेन के एनरहोदर शहर पर हमला किया है. यूक्रेन में Zaporizhzhia Oblast के उत्तर-पश्चिमी भाग में एनरहोदर एक शहर और नगरपालिका है. जेपोरीजिया (Zaporizhzhia) से एनरहोदर कुछ ही दूरी पर स्थित है. एनरहोदर शहर ( Enerhodar), Nikopol और Chervonohryhorivka के सामने, Kakhovka जलाशय के पास नीपर नदी के बाएं किनारे पर स्थित है. जानकारी के मुताबिक यूक्रेन में Zaporizhzhia परमाणु ऊर्जा संयंत्र में छह (6) रिएक्टर हैं, जो पूरे यूरोप में सबसे बड़ा और विश्व का 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर माना जाता है. रूस के हमले से इलाके में डर का माहौल व्याप्त हो गया है.
वहीं, यूक्रेन ने अपने नागरिकों से आक्रमणकारियों के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध छेड़ने का आह्वान किया है. इससे पहले रूस ने यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसन (Kherson) पर कब्जा कर लिया था. बता दें कि, डनाइपर नदी पर बसे शहर एनेरहोदार में लड़ाई तब हुई है जब दोनों पक्षों ने खूनखराबे को रोकने के उद्देश्य से एक और दौर की वार्ता के लिए बैठक की. यह शहर देश के लिए करीब एक चौथाई ऊर्जा उत्पादन के लिए जिम्मेदार है.
यूरोप में सबसे बड़े जेपोरीजिया परमाणु संयंत्र के स्थल एनेरहोदार के मेयर ने कहा कि यूक्रेन की सेना शहर के बाहरी इलाकों में रूसी सेना से लड़ रही है. दिमित्रो ओरलोव ने निवासियों से अपने घरों को न छोड़ने का अनुरोध किया. यूक्रेन को तटरेखा से अलग करने का देश की अर्थव्यवथा पर करारा असर पड़ेगा और रूस को क्रीमिया तक उसकी सीमा से एक जमीनी गलियारा बनाने में मदद मिलेगी. रूसी सेना ने कहा कि उसके पास खेरसॉन का नियंत्रण था, और स्थानीय यूक्रेनी अधिकारियों ने पुष्टि की कि रूसी बलों ने काला सागर बंदरगाह में स्थानीय सरकारी मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है, जिससे यह एक सप्ताह पहले आक्रमण शुरू होने के बाद से कब्जे में आने वाला पहला बड़ा शहर बन गया.
राजधानी कीव के बाहर भी टैंक और अन्य वाहन खड़े नजर आ रहे है. आजोव सागर, मारियुपोल पर एक और रणनीतिक बंदरगाह शहर के बाहरी इलाके में बृहस्पतिवार को जबरदस्त लड़ाई जारी रही. बिजली और फोन कनेक्शन काफी हद तक बंद हैं, और घरों तथा दुकानदारों को भोजन और पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है.फोन कनेक्शन उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में चिकित्सकों को नहीं पता था कि घायलों को कहां ले जाना है.
द एसोसिएटेड प्रेस को जारी संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के आंकड़े के अनुसार युद्ध के केवल सात दिनों में, यूक्रेन की दो प्रतिशत से अधिक आबादी को देश से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन में कम से कम 227 नागरिकों की मौत हुई है और 525 अन्य लोग घायल हुए हैं. यू्क्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ( ukraine president volodymyr zelensky) ने कहा कि रूस की थल सेना को रोक दिया गया है और मॉस्को अब हवाई हमले कर रहा हे लेकिन खेरसॉन समेत अन्य क्षेत्रों में यूक्रेन की रक्षा प्रणालियां इन हमलों को रोक रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘कीव ने एक और मिसाइल तथा बम हमले को झेला. हमारे वायु रक्षा प्रणालियों ने काम किया. खरेजॉन, लीयुम-अन्य सभी शहर जहां हवाई हमला किया गया, उन्होंने हार नहीं मानी. कीव के मयेर विताली क्लित्श्चको ने कहा कि राजधानी में रात भर धमाकों की आवाज सुनी गयी. खेरसॉन में, रूसी बलों ने क्षेत्रीय प्रशासन मुख्यालय, हेनादी लाहुता, पर कब्जा कर लिया. क्षेत्र के गवर्नर ने यह जानकारी दी. खेरसॉन के मेयर इगोर कोल्यखेव ने पहले कहा था कि राष्ट्रीय ध्वज अभी भी लहरा रहा था, लेकिन शहर में कोई यूक्रेनी सैनिक नहीं थे.