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भीषण जंग जारी : अमेरिका ने कहा- रूस ने वीटो का दुरुपयोग किया, बाइडेन ने यूक्रेन के लिए सैन्य मदद मंजूर की - व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति रूस

यूक्रेन में भीषण जंग जारी है (russia ukraine war). रूस ने कहा है कि 1,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने दक्षिणी शहर मारियोपोल में आत्मसमर्पण कर दिया है. दूसरी तरफ, अमेरिका और उसके सहयोगी रूस को युद्ध पर धन न लगाने के लिए मजबूर करेंगे. बता दें कि 49 दिनों से यूक्रेन जंग की आग में झुलस रहा है. आज यु्द्ध का 50वां दिन है.

जंग में जेलेंस्की
जंग में जेलेंस्की

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Published : Apr 14, 2022, 8:03 AM IST

Updated : Apr 14, 2022, 1:21 PM IST

कीव :अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (american president joe biden) ने यूक्रेन को हेलीकॉप्टर और सैन्य साजो-सामान सहित 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य सहायता को मंजूरी दी ताकि वह रूसी हमले से खुद का बचाव मजूबती से कर सके. इन सबके बीच रूस ने कहा है कि 1,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने दक्षिणी शहर मारियोपोल में आत्मसमर्पण कर दिया है. वहीं, जानकारी के अनुसार यूक्रेन में रूस द्वारा रासायनिक हथियारों का उपयोग, पुतिन के हताश होने की स्थिति में ही संभव हो सकता है.

बता दें कि, रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि यूक्रेन के 36वें मरीन ब्रिगेड के 1026 सैनिकों ने शहर में आत्मसमर्पण कर दिया. यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेकसीव अरेस्तोवयच ने इस सामूहिक आत्मसर्मण पर कुछ नहीं कहा. हालांकि, उन्होंने ट्विटर पर कहा कि 36वें मरीन ब्रिगेड के सैनिक शहर में अन्य यूक्रेनी बलों से जुड़ने में कामयाब रहें. इधर, अमेरिका यूक्रेन को मजबूती प्रदान करने के लिए समय-समय पर मदद कर रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सहायता आपूर्ति के समन्वय को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ फोन पर हुई बातचीत के बाद अमेरिकी सहायता की घोषणा की है.

पोलैंड और तीन बाल्टिक देशों के राष्ट्रपति यूक्रेन पहुंचे

पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा और तीन बाल्टिक राष्ट्रों के राष्ट्रपति रूसी हमले के कारण यूक्रेन को राहत सामग्री उपलब्ध कराने की वार्ता से पहले युद्ध प्रभावित देश (यूक्रेन) पहुंच गये हैं. डूडा के कर्मचारी पावेल सजरोत ने बुधवार को कहा कि पोलैंड के राष्ट्रपति लिथुआनिया, लातविया और एस्टोनिया के राष्ट्रपति के साथ अभी यूक्रेन में हैं। वे राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने के लिए कीव की यात्रा कर रहे हैं. सुरक्षा कारणों को लेकर उन्होंने कोई ब्योरा नहीं दिया. पावेल ने कहा कि डूडा प्रतीकात्मक समर्थन, राजनीतिक समर्थन और राहत सामग्री पर वार्ता करने के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि ये चारों देश यूक्रेन को मानवीय सहायता उपलब्ध करा रहे हैं.उल्लेखनीय है कि इन सभी देशों की सीमाएं रूस से लगी हुई हैं और वे यूक्रेन को हथियार मुहैया कर रहे हैं,जिन्हें वे रक्षात्मक बता रहे हैं.

क्या रूस यूक्रेन के खिलाफ रासायनिक हथियार का कर सकता है इस्तेमाल : जंग के बीच ऐसी जानकारियां निकल कर सामने आ रही है कि, रूस यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का उपयोग कर सकता है. हाल की रिपोर्टों से संकेत मिलता है, कुछ परिस्थितियों में रूस द्वारा इसके इस्तेमाल की आशंका बनी हुई है. यह खास तौर से उस वक्त हो सकता है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह लगने लगे कि एक प्रमुख मोर्चे पर गतिरोध को तोड़ने का यह एकमात्र तरीका है.

अमेरिका ने कहा, रूस ने संयुक्त राष्ट्र में वीटो के अपने विशेषाधिकार का शर्मनाक तरीके से दुरुपयोग किया

अमेरिका ने कहा है कि रूस ने इतने वर्षों में संयुक्त राष्ट्र में वीटो के अपने विशेषाधिकार का शर्मनाक तरीके से दुरुपयोग किया अमेरिका ने कहा कि वह संरा महासभा में लाए जाने वाले एक प्रस्ताव का समर्थन करेगा जिसके माध्यम से सुरक्षा परिषद में किसी मुद्दे पर वीटो किये जाने के बाद तुरंत महासभा में एक बैठक बुलाई जाएगी. अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने मंगलवार को कहा, ऐसा समय आता है जब संरा सुरक्षा परिषद का कोई स्थाई सदस्य यह निष्कर्ष निकालता है कि किसी प्रस्ताव से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का विस्तार नहीं होगा और वह उस प्रस्ताव पर वीटो कर देगा.

ब्रिटेन का रूस के खिलाफ कड़ा रुख

ब्रिटिश सरकार ने यूक्रेन के दोनेत्स्क एवं लुशांक के तथाकथित जन गणतंत्रों के शासन प्रमुख तथा स्वयंभू प्रधानमंत्री सहित अलगाववादियों पर और 178 प्रतिबंध लगाने की बुधवार को घोषणा की. यह कदम बृहस्पतिवार को ब्रिटिश संसद में एक पूरक विधान लाने से पहले उठाया गया है. इस कदम के तहत लोहा एवं इस्पात उत्पादों के आयात तथा विलासिता की वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. प्रतिबंधों की नयी सूची में जिन व्यक्तियों को शामिल किया गया है उनमें दोनेत्स्क एवं लुशांक जन गणतंत्रों के तथाकथित स्वयंभू प्रधानमंत्री और शासन प्रमुख शामिल हैं. प्रतिबंधों में रूसी तेल कंपनियों के मालिकों के परिवार के सदस्यों को भी निशाना बनाया गया है. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा, ‘‘पूर्वी यूक्रेन में वीभत्स रॉकेट हमले के मद्देनजर हमने आज उन लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया, जिनकी यूक्रेनी लोगों के खिलाफ अत्याचार में मिलीभगत है। हम उन सभी को निशाना बनाना जारी रखेंगे जिन्होंने (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन के युद्ध में सहयोग किया है.

Last Updated : Apr 14, 2022, 1:21 PM IST

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