कीव : यूक्रेन जंग की आग में धधक रहा है (russia ukraine war). अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि रूस द्वारा अपने पड़ोसी देश पर हमले के बाद मॉस्को के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करने में अमेरिका महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. बता दें कि, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक रूसी हमले के बाद से यूक्रेन छोड़कर जाने वालों की संख्या 45 लाख हो गई है. जानकारी के मुताबिक करीब 26 लाख लोग पोलैंड गए और 6,86,000 से अधिक रोमानिया गए हैं.
दूसरी तरफ, यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि रूस अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है और यूक्रेनी रक्षा पंक्ति को भेदने की कोशिश कर रहा है. यूक्रेनियाई सैन्य कमान ने रविवार को कहा कि रूसी सैनिक खारकीव के दक्षिण पूर्व में इजुम के नजदीक लगातार यूक्रेनी रक्षापंक्ति को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. खबर है कि रूस इजुम में तैनाती के लिए सैनिकों को भेज रहा है जबकि खारकीव में गोलाबारी जारी है.यूक्रेन की सेना ने बताया कि रूसी सैनिक ऑफ अजव पोर्ट मारियुपोल पर नियंत्रण करने का भी प्रयास कर रहे हैं जिसकी रूसी बलों ने करीब डेढ़ महीने तक घेराबंदी की थी.रूसी सेना ने कीव और पूर्वोत्तर यूक्रेन के बड़े शहरों पर कब्जा करने की कोशिश की थी लेकिन वह असफल रही. यूक्रेन और पश्चिमी देशों के अधिकारियों को आशंका है कि रूस नए सिरे से पूर्वी यूक्रेन में कार्रवाई कर सकता है जहां पर मॉस्को समर्थित अलगाववादी पिछले आठ साल से यूक्रेन की सेना से लड़ रहे हैं.
जेलेंस्की बोले, युद्ध के आगामी कुछ दिन अहम :यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार रात अपने देश को सचेत किया कि आगामी सप्ताह युद्ध में उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना की युद्ध में अब तक हर सप्ताह रहा है. जेलेंस्की ने रात में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, रूसी बल हमारे देश के पूर्व में और बड़े अभियान चलाएंगे.उन्होंने रूस पर युद्ध अपराध की जिम्मेदारी से भागने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया. जेलेंस्की ने कहा, जब लोगों में अपनी गलती स्वीकार करने, माफी मांगने, वास्तविकता के अनुसार ढलने और सीखने का साहस नहीं होता, तो वे राक्षस बन जाते हैं और जब दुनिया उन्हें अलग-थलग कर देती है, तो ये राक्षस फैसला करते हैं कि दुनिया को उनके अनुसार ढलना होगा. यूक्रेन यह सब रोकेगा. उन्होंने कहा, एक दिन ऐसा आएगा, जब उन्हें सब कुछ स्वीकार करना होगा. उन्हें सच को स्वीकारना होगा. उन्होंने जर्मनी समेत पश्चिमी देशों से यूक्रेन को और मदद मुहैया करने का अनुरोध किया. जेलेंस्की ने बताया कि जर्मन के चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ वार्ता के दौरान उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि ‘‘रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को कैसे मजबूत करना है और शांति कायम करने के लिए रूस पर कैसे दबाव बनाना है. जेलेंस्की ने कहा, मुझे खुशी है कि जर्मनी का रुख हाल में यूक्रेन के समर्थन में बदला है. मैं इसे पूरी तरह तर्कसंगत मानता हूं.
मारयुपोल में एक लाख लोग फंसे: अजोव सागर पर स्थित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल पर रूसी सेना की गोलाबारी के कारण कई मानवीय गलियारे बंद हो गए हैं, जिससे लोगों के लिए वहां से निकलना मुश्किल हो गया है. हालांकि, शनिवार को यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि मारियुपोल में कितने लोग फंसे हुए हैं. युद्ध से पहले शहर में 4,30,000 से अधिक लोग रहते थे. यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि मारयुपोल में करीब एक लाख लोग फंसे हुए हैं. हालांकि, ब्रिटिश रक्षा अधिकारियों ने शहर में 1,60,000 लोगों के फंसे होने का अनुमान जताया है. मारियुपोल में यूक्रेनी सेना ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया है, जबकि शहर का अधिकतर हिस्सा तबाह हो चुका है.