कीव :रूस और यूक्रेन के बीच जंग का (russia ukraine war 36th day) आज 36वां दिन है. वैसे दोनों देशों के बीच शांति वार्ता हुई है लेकिन कई देशों को रूस पर भरोसा नहीं है. इस बीत यूक्रेन की सेना ने कहा कि उसके देश के पूर्वी हिस्से में रूसी सेना ने अपनी गतिविधि तेज कर दी है. यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूस ने खारकीव के दक्षिण में इजयूम के पास अपनी सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है. यह भी कहा गया कि पूर्वी दोनेस्क इलाके में रूसी बलों ने बमबारी और हमले तेज कर दिये हैं. जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नार्वे की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि रूस यूरोप की बुनियाद को नष्ट कर देना चाहता है. इधर, जेलेंस्की ने बाइडेन प्रशासन और अन्य पश्चिमी देशों से यूक्रेन को सैन्य लड़ाकू विमान प्रदान करने का आग्रह किया है. हालांकि, अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अन्य देश अब तक उस अनुरोध को स्वीकार करने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि इससे युद्ध का दायरा और फैल सकता है.
नार्वे की 169 सदस्यीय संसद स्टॉर्टिनजेट को लाइव वीडियो के जरिये संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि यूरोप का भविष्य अब निर्धारित किया जा रहा है. यूक्रेन में रूसी सैन्य गतिविधियों के बारे में बोलते हुए जेलेंस्की ने कहा कि रूस के लिए यहां कोई प्रतिबंधित लक्ष्य नहीं है. विभिन्न देशों की संसद को संबोधित करने के क्रम में जेलेंस्की ने यूक्रेन के सांसदों को संबोधित किया. इसके पहले वह अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, जर्मनी, कनाडा, इजरायल, जापान और यूरोपीय संघ को संबोधित कर चुके हैं.
रूस के साथ सहयोग की कोई सीमा नहीं: चीन
यूक्रेन युद्ध के बीच बीजिंग का दौरा करने वाले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की मेजबानी करते हुए, चीन ने बुधवार को कहा कि दोनों सहयोगियों के बीच सहयोग की कोई सीमा नहीं है. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ की खबर के अनुसार अफगानिस्तान पर विदेश मंत्रियों की तीसरी बैठक के लिए लावरोव पूर्वी चीन के अनहुई प्रांत के टुनक्सी पहुंचे. चीन-रूस संबंधों की सीमाओं का वर्णन करने के लिए पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, चीन-रूस सहयोग की कोई सीमा नहीं है, हमारे लिए शांति के लिए प्रयास करने की कोई सीमा नहीं है, हमारे लिए सुरक्षा की कोई सीमा नहीं है और हमारे लिए आधिपत्य का विरोध करने के लिए कोई सीमा नहीं है. तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच हाल के दौर की बातचीत पर टिप्पणी करते हुए वेनबिन ने दोनों पक्षों द्वारा प्रदर्शित सकारात्मक संकेतों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, हमारा हमेशा से मानना रहा है कि यूक्रेन संकट के समाधान के लिए बातचीत ही एकमात्र सही तरीका है.
यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले को अगर न रोका गया तो दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे