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अब तक हजारों सैनिक और नागरिक मारे गए- वार्ता बेनतीजा, रूस का यूक्रेन पर फिर हमला

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Published : Mar 11, 2022, 7:34 AM IST

Updated : Mar 11, 2022, 12:56 PM IST

लोगों को उम्मीद थी कि तुर्की में रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद कोई अच्छा समाचार मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और वार्ता बेनतीजा रही. वहीं, पीएम मोदी ने शांती की अपील की है. आज 16वें दिन भी जंग जारी है. आज रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी शहरों इवानो-फ्रैंकिव्स्क और लुत्स्क में हवाई अड्डों के पास हमले किए, जो यूक्रेन में रूस के हमले के प्रमुख लक्ष्यों से काफी दूर हैं.

जंग का 16वां दिन:
जंग का 16वां दिन:

कीव : यूक्रेन में रूस के दो सप्ताह से जारी युद्ध में हजारों सैनिक और नागरिक मारे गए हैं तथा 20 लाख से अधिक लोगों को देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा है, जिससे यूरोपीय सुरक्षा की नींव हिल गई है. पूरे यूक्रेन में अभी भी आम लोग घेराबंदी में फंसे हैं और उन्हें बिजली, भोजन, दवाओं तथा अन्य महत्वपूर्ण चीजों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को उम्मीद थी की तुर्की में रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद कोई अच्छा समाचार मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और वार्ता बेनतीजा रही. इस बीच संघर्ष विराम पर पहुंचने के लिए वार्ता विफल रहने के कारण आपातकालीन कर्मचारियों ने शहरों में भोजन और चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाने और निवासियों को बाहर निकालने के प्रयासों को फिर से शुरू कर दिया है.

रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी शहरों इवानो-फ्रैंकिव्स्क और लुत्स्क में किए हमले

रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी शहरों इवानो-फ्रैंकिव्स्क और लुत्स्क में हवाई अड्डों के पास हमले किए, जो यूक्रेन में रूस के हमले के प्रमुख लक्ष्यों से काफी दूर हैं. स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इवानो-फ्रैंकिव्स्क के मेयर रुस्लान मार्टसिंकीव ने हवाई हमले संबंधी अलर्ट जारी होने के बाद स्थानीय लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है.लुत्स्क के मेयर ने भी हवाई अड्डे के पास हवाई हमले की जानकारी दी है. ये दोनों ही शहर रूस के अभी तक के प्रमुख निशाना रहे इलाकों से काफी दूर हैं। इन शहरों पर हमले रूस द्वारा युद्ध को एक नई दिशा में ले जाने का संकेत देते हैं.

यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि महत्वपूर्ण दक्षिणी बंदरगाह मारियुपोल में बुधवार को हुए हमले में मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है. इस घटना में 17 लोग घायल हो गए. बंदरगाह शहर मारियुपोल में एक प्रसूति अस्पताल पर बुधवार को हुए रूसी हवाई हमले में एक बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई जिसे यूक्रेन और पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने युद्ध अपराध करार दिया. अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बृहस्पतिवार को पोलैंड की यात्रा के दौरान रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया. हालांकि उन्होंने रूस पर युद्ध अपराध करने का सीधा आरोप लगाने से परहेज किया.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा,हम प्रार्थना करेंगे कि हम लोगों को मारियुपोल से बाहर निकाल सकें. मारियुपोल में कर्मियों ने बुधवार को शहर के बीचों-बीच स्थित एक कब्रिस्तान में खोदी गई खाई में कम से कम 70 लोगों जिनमें कुछ सैनिक और कुछ आम नागरिक थे, बिना किसी रीति-रिवाज के दफना दिया. इनमें से कुछ युद्ध से मारे गए थे, कुछ प्राकृतिक कारणों से. मारियुपोल नगर परिषद ने आज एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें बस जाती दिखीं. इसके बारे में कहा गया कि भोजन और दवा लाने वाला एक काफिला शहर तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है. इस काफिले का इस्तेमाल निकाले गए लोगों को वापस लाने के लिए किया जा सकता है. साथ इज़ीयम और वोल्नोवाखा सहित अन्य शहरों से भी नागरिकों को निकालने की योजना है.

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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि तीन मानवीय गलियारे बुधवार को उत्तर पूर्व में रूसी सीमा के पास सूमी से, कीव के उपनगरीय इलाके से और दक्षिणी शहर एनरहोदर से संचालित हुए, जहां रूसी सेना ने एक बड़े परमाणु संयंत्र पर कब्जा कर लिया था. यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूसी बलों ने कीव उपनगरों में कई शहरों पर कब्जा कर लिया है और अभी भी उत्तर में चरनीहीव पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही वह दक्षिण में मायकोलाइव, क्रिवी रिह, वोजनेसेंस्क और नोवोवोरोन्त्सोव्का शहरों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. कीव के मेयर विताली क्लिट्स्को ने आज कहा कि लगभग 20 लाख लोग यूक्रेन की राजधानी के महानगरीय क्षेत्र के आधे निवासी शहर छोड़ चुके हैं जो किला बन चुका है. उन्होंने टेलीविजन पर कहा, हर गली, हर घर ...को मजबूत किया जा रहा है. यहां तक ​​कि जिन लोगों ने अपने जीवन में कभी अपने कपड़े बदलने का इरादा नहीं किया, वे अब वर्दी में हैं और उनके हाथों में मशीनगन हैं.

युद्ध में फंसे देशों से भारत की जरूरतें जुड़ी हैं, हम शांति चाहते हैं: मोदी

रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की बहुत सारी जरूरतें इसमें सीधे तौर पर शामिल देशों से जुड़ी हैं, लेकिन भारत शांति के पक्ष में है और उसे उम्मीद है कि वार्ता के जरिए इसका जरूर कोई ना कोई समाधान निकलेगा. उन्होंने कहा, भारत की बहुत सारी जरूरतें इन देशों से जुड़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘इस युद्ध से हर देश प्रभावित हो रहा है. भारत शांति के पक्ष में है और उम्मीद करता है कि बातचीत के जरिए सभी समस्याओं का हल निकलेगा.

Last Updated : Mar 11, 2022, 12:56 PM IST

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