न्यूयार्क : तीस साल तक अंतराराष्ट्रीय मंचों पर रूस का प्रतिनिधित्व करने वाले अनातोली चुबैस के इस्तीफे ने सरकार में खलबली मचा दी है. माना जा रहा है यूक्रेन पर हमले के विरोध में कई अधिकारी विभिन्न पदों से इस्तीफा दे चुके हैं. अनातोली चुबैस का कद पुतिन के कार्यकाल से पहले ही सरकार में काफी बड़ा था. वह कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दूत भी रहे. मगर यूक्रेन पर हमले के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. माना जा रहा है कि यूक्रेन को लेकर वह पुतिन के नजरिये से सहमत नहीं थे. बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने विरोध करने वालों को देशद्रोही बताया है. उनका कहना है कि ऐसे लोगों को रूसी समाज दरकिनार कर दे देगा.
अनातोली चुबैस(ANATOLY CHUBAIS)
बता दें कि कुछ हाई-प्रोफाइल शख्सियतों ने युद्ध के कारण क्रेमलिन से मुंह मोड़ लिया है, 66 वर्षीय अनातोली चुबैस (ANATOLY CHUBAIS)उनमें से एक हैं. मीडिया रिपोर्ट में चुबैस के इस्तीफे की पुष्टि की गई है. अनातोली चुबैस के कद का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि उन्हें येल्तसिन ने अपने कार्यकाल में प्राइवेटाइजेशन कैंपेन के लिए चुना था. वह चुबैस ही थे, जिन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति येल्तसिन से पुतिन को सरकार में लाने की सिफारिश की थी. उनके इस कदम के बाद पुतिन कामयाबी की सीढियां चढ़ते गए. 2020 में एक वक्त ऐसा भी आया कि येल्तसिन की रिटायरमेंट के बाद पुतिन राष्ट्रपति बने.
बुधवार को क्रेमलिन ने 66 वर्षीय चुबैस के इस्तीफे के बारे में मीडिया रिपोर्टों की पुष्टि की, जो येल्तसिन के निजीकरण अभियान के वास्तुकार थे। रिपोर्ट में अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि युद्ध के कारण उन्होंने पद छोड़ दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे पर सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। येल्तसिन के तहत, चुबैस ने कथित तौर पर प्रशासन को पुतिन को काम पर रखने की सिफारिश की, एक ऐसा कदम जिसे व्यापक रूप से पुतिन के करियर में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया। पुतिन 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने, जब येल्तसिन ने पद छोड़ दिया. चुबैस 1994 से 1996 और 1997-98 के बीच रूस के उप प्रधान मंत्री भी रहे. रूसी समाचार पत्र कोमर्सेंट (newspaper Kommersant) ने बुधवार को बताया कि चुबैस को इस सप्ताह इस्तांबुल में देखा गया था. बता दें कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से कई रूसी नागरिक इस्तांबुल की ओर जा रहे हैं.
अर्कडी ड्वोरकोविच (ARKADY DVORKOVICH)
अर्कडी ड्वोरकोविच भी कभी रूस के उप प्रधानमंत्री थे. फिलहाल वह इंटरनेशनल चेस फेडरेशन ( FIDE) के अध्यक्ष हैं. उन्होंने 14 मार्च को मदर जोन्स पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू में यूक्रेन के साथ युद्ध के लिए क्रेमलिन की सत्ताधारी पार्टी की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि किसी की जिंदगी के लिए युद्ध सबसे बुरी चीज है. लड़ाई कही भी हो, किसी के साथ हो, गलत ही है. युद्ध सिर्फ जीवन को खत्म नहीं करते बल्कि आशाओं और आकांक्षाओं को भी मार देते हैं. रिश्तों और संबंधों को नष्ट करते हैं.