कीव : रूसी बलों ने बुधवार को यूक्रेन के घनी आबादी वाले शहरी इलाकों पर हमले तेज किये, जिसकी यूक्रेन के राष्ट्रपति ने निंदा की. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी कि रूसी नेता को हमलों की कीमत अदा करनी होगी. यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के मध्य स्थित एक मुख्य चौराहे और कीव के मुख्य टीवी टॉवर पर बमबारी को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आतंक करार दिया. इस बीच रूस के राष्ट्रपति ने नाटो से कहा है कि वे यूक्रेन को हथियार सप्लाई नहीं करें, अन्यथा स्थिति और अधिक बिगड़ेगी और इसके लिए आप जिम्मेदार होंगे.
जेलेंस्की ने खारकीव में 'फ्रीडम स्क्वेयर' पर रक्तपात के बाद कहा, 'कोई इसे नहीं भूलेगा. इसे कोई माफ नहीं करेगा.' खारकीव में हमले बुधवार को भी जारी रहे और इस बीच रूस ने कहा कि वह शाम को यूक्रेन के साथ वार्ता के लिए तैयार है. यूक्रेन की सरकारी आपात सेवा ने कहा कि क्षेत्रीय पुलिस और खुफिया विभाग के मुख्यालय पर रूस के हमले में तीन लोग घायल हो गये. बुधवार के हमलों में चार लोग मारे गये और नौ लोग घायल हो गये. बचावकर्मियों ने 10 लोगों को मलबे में से निकाला.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने पहले 'स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन' में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ 'पूर्व नियोजित और बिना उकसावे वाला' युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुतिन जैसे 'तानाशाह' दूसरे देश पर 'आक्रमण' की कीमत चुकाएंगे.' यूक्रेन में लगातार घातक होते जा रहे संघर्ष के मद्देनजर बाइडेन ने रूसी आक्रामकता के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि एक रूसी तानाशाह के दूसरे देश पर हमला करने के मायने पूरी दुनिया के लिए हैं.
उन्होंने कहा कि अपने पूरे इतिहास से हमने यह सबक सीखा है कि जब किसी तानाशाह को अपनी आक्रामकता की कीमत नहीं चुकानी पड़ती है तो वह और अधिक अराजकता फैलाने लगता है. वह आगे बढ़ता जाता है और अमेरिका तथा विश्व के लिए इसका खतरा व कीमत बढ़ती जाती है. इस बीच, 40 मील तक फैला रूसी टैंकों और अन्य वाहनों का काफिला धीरे-धीरे कीव की ओर बढ़ा. देश की राजधानी कीव में करीब 30 लाख लोग रहते है. पश्चिमी देशों को आशंका है कि यह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेनी सरकार को अपदस्थ करके रूसी समर्थक सत्ता की स्थापना करने की कोशिश है.
आक्रमणकारी बलों ने ओडेसा और मारियुपोल के अहम बंदरगाहों समेत अन्य शहरों एवं कस्बों पर भी हमले तेज कर दिए हैं. युद्ध के सातवें दिन बुधवार को रूस और अलग-थलग पड़ गया. रूस की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं और देश के पास चीन, बेलारूस और उत्तर कोरिया जैसे कुछेक मित्र ही बचे हैं.