हैदराबाद : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच सूचना प्रसार को लेकर भी वैश्विक जंग जैसी स्थिति बन चुकी है. अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनियों ने रूसी समर्थक चैनलों और अखबारों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. गूगल ने रशियन टुडे न्यूज और स्पुतनिक जैसे एप गूगल प्ले स्टोर से हटा दिए हैं. यूटयूब भी इन पर प्रतिबंध लगा चुका है. (russia ukraine conflict).
इसी तरह से अमेरिकी कंपनी एप्पल ने भी अपने एप स्टोर से रूसी चैनल्स पर प्रतिबंध लगा दिया (action of social media) है. इन दिग्गज टेक कंपनियों ने दावा किया है कि ये सभी मीडिया चैनल्स यूक्रेन को लेकर गलत जानकारी प्रसारित कर रहे थे. फेसबुक की मदर कंपनी मेटा ने भी ऐसे ही कदम उठाए हैं. गूगल मैप्स के लाइव फीचर को यूक्रेन में बंद कर दिया गया है. यही फीचर एप्पल में भी उपलब्ध है. उन्होंने भी यूक्रेन में अपने लाइव फीचर को बंद कर दिया है. उनका कहना है कि रूसी सेना इससे फायदा उठाकर यूक्रेन पर तेजी से आगे बढ़ सकती है.
एप्पल ने अपने स्टोर में सभी रूसी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा रखा है. आप कोई भी रूसी सामान को यहां से नहीं खरीद सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रशियन टुडे ने इन प्रतिबंधों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप सही नहीं हैं. स्पुतनिक की ओर से कई टिप्पणी नहीं आई है.
यूरोपियन यूनियन के अध्यक्ष का एक बयान मीडिया में सामने आया है. इसमें कहा गया है कि रूसी सरकार के स्वामित्व वाले रशिया टुडे, स्पुतनिक और उनकी सहायक कंपनियां अब पुतिन के युद्ध को सही ठहराने के लिए अपना झूठ नहीं फैला सकेंगी. हम यूरोप में उनके विषाक्त और हानिकारक दुष्प्रचार पर प्रतिबंध लगाने के लिए उपकरण विकसित कर रहे हैं.
फेसबुक की मदर कंपनी मेटा में वैश्विक मामलों के अध्यक्ष निक क्लेग ने ट्विटर पर कहा, 'हमें रूसी सरकार नियंत्रित मीडिया के संबंध में और कदम उठाने के लिए कई सरकारों और यूरोपीय संघ से अनुरोध प्राप्त हुए हैं.'