नई दिल्ली:रूस एक मुक्त व्यापार समझौते के लिए भारत के साथ बातचीत तेज करने की योजना बना रहा है. उक्त बातें रूस के उप प्रधानमंत्री और उद्योग व व्यापार मंत्री डेनिस मंटुरोव (Russian Deputy PM and Minister of Industry and Trade Denis Manturov) सोमवार को कहीं. मंटुरोव भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रूसी और भारतीय व्यापार के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान मंटुरोव ने कहा, 'दोनों देशों के बाजारों में उत्पादों की पारस्परिक पहुंच के मुद्दों से विशेष महत्व जुड़ा हुआ है.' उन्होंने कहा कि यूरेशियन आर्थिक आयोग के साथ मिलकर मुक्त व्यापार समझौता करने के लिए भारत के साथ बातचीत को तेज करने की योजना है.
इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister Dr. S.Jaishankar) ने कहा कि सरकार रूस के साथ एक व्यापार संधि पर अग्रिम समझौता कर रही है जो द्विपक्षीय निवेश की गारंटी देगी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से पनप रहे वाणिज्यिक और व्यापार संबंधों को मजबूत करेगी. भारत ने अपने मजबूत रक्षा सहयोग को देखते हुए आक्रमण के लिए रूस की खुले तौर पर आलोचना नहीं की है. रूस भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना सैन्य उपकरण आपूर्तिकर्ता है. सूत्रों के मुताबिक, 31 मार्च तक रूस से कुल भारतीय आयात लगभग चार गुना बढ़कर 46.33 अरब डॉलर हो गया है.
इसके अलावा, रूसी व्यापार मंत्री ने कहा कि भारत से आयात में कमी के कारण, रुपये का उपयोग करना पर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें भारत से व्यापार को बढ़ावा देने की जरूरत है. इस मामले में, हम संतुलन देख रहे हैं, उदाहरण के लिए, हमारा चीन के साथ 200 अरब डॉलर का व्यापार है और यह संतुलित है. मंटुरोव ने यह भी बताया कि मास्को व्यापार संतुलन में सुधार के लिए भारत से मशीनरी आयात बढ़ाने पर विचार कर रहा है.