नई दिल्ली : राज्यसभा में पुरुष मार्शलों में से एक राकेश नेगी, जिन्हें तब सदन में बुलाया गया था, जब विपक्षी सदस्य सदन के वेल में पहुंच गए थे. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि सांसद एलमारन करीम और अनिल देसाई ने राज्यसभा चेयर के आसपास मार्शलों द्वारा निर्धारित सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की.
पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के निदेशक (सुरक्षा) को लिखे अपने पत्र में राकेश नेगी ने लिखा कि इस दौरान, एलमारन करीम ने मुझे सुरक्षा घेरा श्रृंखला से बाहर निकालने के लिए मेरी गर्दन पकड़ ली, जिससे क्षण भर के लिए घुटन सी हो गई. एक अन्य महिला मार्शल अक्षिता भट ने भी पत्र में लिखा है कि हंगामे के दौरान उन्हें क्या झेलना पड़ा.
उन्होंने लिखा कि विरोध प्रदर्शन में लगे कुछ पुरुष सांसद मेरी ओर दौड़े और सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की. जब मैंने विरोध किया तो सांसद छाया वर्मा और फूलो देवी नेताम ने हमारी तरफ कदम बढ़ाया और पुरुष सांसदों के लिए आक्रामक रूप से सुरक्षा घेरा तोड़ने और मेज तक पहुंचने का रास्ता बनाया. अक्षिता भट ने निदेशक (सुरक्षा), संसद सुरक्षा सेवा को अपने पत्र में उपरोक्त बातें लिखी हैं.
इससे पहले राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने सदन में हुई घटनाओं पर सरकार को लताड़ा जब सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक 2021 से संबंधित एक विधेयक को लिया गया.