पानीपत: हरियाणा के पानीपत के समालखा के पट्टीकल्याणा गांव में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनधि सभा संघ की तीन दिवसीय बैठक जारी है. इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह, अखिल भारतीय कार्यकारिणी, इसके अलावा विविध संगठनों के पदाधिकारी, सभी क्षेत्र और संघचालक एवं कार्यवाह भी इस बैठक में शामिल हैं. बैठक के पहले दिन समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, जनता दल यूनाइटेड के दिवंगत नेता शरद यादव समेत कई नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक का शुभारम्भ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया. बैठक का आयोजन पानीपत के समालखा जिले में में 12-14 मार्च तक किया गया है.
बैठक के पहले दिन इन्हें दी गई श्रद्धांजलि:पानीपत जिले के समालखा खंड के गांव पट्टीकल्याणा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा रविवार को समालखा में शुरू हुई. यहां सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र में हो रही सभा के दौरान समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव, समाजवादी नेता शरद यादव और वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण को श्रद्धांजलि दी गई. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी, अभिनेता-फिल्म निर्माता सतीश कौशिक को भी याद किया गया. बैठक के पहले सत्र में, आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने उन सभी प्रसिद्ध हस्तियों के नाम पढ़े, जिनका पिछले एक साल में निधन हो गया.
शाखाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉक्टर मनमोहन वैद्य ने कहा कि बैठक में शाखाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी. आरएसएस पहले से ही महिलाओं के लिए राष्ट्रीय सेवा समिति चला रहा है, जिसके जरिए महिलाएं संघ से जुड़ी हुई हैं.
बता दें कि, 2014 लोकसभा चुनाव से पहले इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. साल 2025 में संघ की स्थापना के 100 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे में इस प्रतिनिधि सभा में शताब्दी वर्ष में कार्य विस्तार योजना 2022-23 की समीक्षा और अनुभव के आधार पर 2023-24 की कार्य योजना बनाई जाएगी. जानकारी के अनुसार, बैठक में इस साल के कामों की समीक्षा के साथ बैठक में आने वाले समय में कार्यों की योजना तैयार की जाएगी. संघ का उद्देश्य साल 2025 तक नए लोगों को संघ से जोड़ने का है.