हैदराबाद: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) बुधवार को हैदराबाद में रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी समारोह में शामिल हुए। उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) इस कार्यक्रम में शामिल हुए. भागवत के साथ शिवराज ने भी स्वामी रामानुजाचार्य की याद में बनाए गए स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी (Statue of Equality) के दर्शन किए.
सबसे पहले मोहन भागवत और शिवराज सिंह चौहान श्री चिन्ना जीयार स्वामी से उनके आश्रम में मिले. इसके बाद दोनों स्वामीजी के साथ मंदिर के लिए रवाना हुए. मोहन भागवत और शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर में पूजा-अर्चना की. श्री चिन्ना जीयार स्वामी को इलेक्ट्रिक वाहन से समतामूर्ति केंद्र ले जाया गया, जहां उन्होंने 108 दिव्यक्षेत्रों की विशेषताओं के बारे में बताया. इस मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश में 80 फीसदी हिंदुओं का नारा समाज की भलाई के लिए होना चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि महान मातृभूमि में पैदा हुए सभी हिंदुओं को अलग-अलग परंपराओं में रहना चाहिए. याद रहे सब भारत माता के बच्चे हैं. रंगारेड्डी जिले के मुंचिनताल में रामानुजाचार्य सहस्राब्दी समारोह में समानता की मूर्ति के नाम पर भाग्यनगर का नाम स्थापित किया गया था.
उन्होंने कहा कि आरएसएस हजारों सालों से हमारे देश में समानता सुन रहा है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री चिन्ना जीयार स्वामी के साथ समतामूर्ति केंद्र का दौरा किया. उन्होंने श्री चिन्ना जीयार स्वामी से 108 मंदिरों की विशेषता के बारे में पूछा. बाद में मोहन भागवत ने प्रवचन मंडपम में विभिन्न देशों के संतों और भक्तों को संबोधित किया और लोगों से यह सोचने के लिए कहा कि हम इस समाज के लिए क्या कर रहे हैं.