गोरखपुर: प्रधानमंत्री सबसे पहले गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन पर गीता प्रेस पहुंचे. वहां से प्रधानमंत्री ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर दो वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई ,जिसमें से एक गोरखपुर से अयोध्या होते हुए लखनऊ पहुंचने वाली वंदे भारत और दूसरी जोधपुर साबरमती वंदे भारत. यही नहीं गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 498 करोड़ रुपए की परियोजना को भी हरी झंडी दिखाई. इसी तरह अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 12100 करोड़ की विकास योजनाओं की शुरुआत की. एक तरह से देखा जाए तो यूपी में एक दिन में इतनी विकास परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया जाना उत्तर प्रदेश के लोगों को बड़ी सौगात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के रायपुर से गोरखपुर के गीता प्रेस पहुंचे. पीएम मोदी गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन में शामिल हुए और लीला चित्र मंदिर भी गए. पीएम को यहां टेसू के फूलों से बने 675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र और पहली प्रिंटिंग मशीन भी दिखाई गई, साथ में इस मौके पर सीएम योगी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने मंच से शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन भी किया.
गीता प्रेस के 100 साल के इतिहास में ये पहला मौका है, जब कोई प्रधानमंत्री यहां पहुंचा है. गीता प्रेस को हाल ही में गांधी शांति पुरस्कार मिला है और उसके बाद कांग्रेस के नेता जयराम रमेश की गीता प्रेस पर की गई टिप्पणी को लेकर काफी सियासत भी हुई थी. गीता प्रेस में पीएम का जाना एक तरह से सॉफ्ट हिंदुत्व के लक्ष्य को निर्धारित करना तो है ही साथ ही गीता प्रेस अभी तक 93 करोड़ किताबें छाप चुका है और इस प्रकाशन की पहुंच धार्मिक किताबों के माध्यम से करोड़ों घरों में है और पीएम का वहां जाना इस लक्ष्य को भी पूरा करता है. हाल ही में गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने के बाद जो विवाद उभरा तो यहां आकर पीएम ने उसका भी एक तरह से जवाब दे दिया.
गीता प्रेस के बाद ही गोरखपुर से दो सेमी हाई स्पीड ट्रेन, वंदे भारत को हरी झंडी दिखाया जाना एक गोरखपुर से अयोध्या होते हुए लखनऊ के लिए तो दूसरी जोधपुर से साबरमती. यूपी के लिए ये दूसरी वंदे भारत है, इससे पहले शिव की नगरी काशी से वंदे भारत की शुरुआत की गई थी और अब राम की नगरी अयोध्या से गुजरने वाली ये वंदे भारत जरूर 2024 के लिए एक संदेश देती है. अब अयोध्या जाना गोरखपुर के लोगों के लिए मात्र 2 घंटे का रास्ता रह जायेगा इस ट्रेन के माध्यम से. यही नहीं गोरखपुर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए भी 498 करोड़ रुपये के विकास मॉडल को पीएम ने हरी झंडी दिखाई.