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मदरसों की जांच में 20 करोड़ रुपये का घोटाला आया सामने, अल्पसंख्यक विभाग पर दबाव बना रहा मुफ्ती - आजमगढ़ अल्पसंख्यक कल्याण विभाग

आजमगढ़ जिले में मदरसों की जांच में 20 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मदरसा अरबिया कासिमुल उलूम के मुफ्ती द्वारा अधिकारी पर दबाव बनाया जा रहा है.

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Published : Jun 14, 2023, 8:53 AM IST

अल्पसंख्यक विभाग में 20 करोड़ का घोटाला

आजमगढ़: जिले में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मदरसा अरबिया कासिमुल उलूम के मुफ्ती अब्दुल कादिर द्वारा अधिकारी पर दबाव बनाने का मामला सामने आया है. यही नहीं मुफ्ती पूर्व के अधिकारियों के साथ मेघायल के राज्यपाल फागू चौहान को अपशब्द कह रहा है. इसका आडियो भी वायरल हुआ है. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल ने बताया कि अब्दुल कादिर को टर्मिनेट किया जा चुका है. लखनऊ के रजिस्ट्रार ने बहाल कर दिया है. इसके बाद से लगातार जॉइनिंग के लिए दबाव बना रहे हैं.

मदरसा अरबिया कासिमुल उलूम के मुफ्ती अब्दुल कादिर का व्यवहार काफी निदंनीय है. उन्होंने पूर्व के अधिकारियों से मुफ्ती की बातचीत का एक आडियो भी पेश किया. इसमें वह मेघायल के राज्यपाल को अपशब्द कह रहा है. उन्होंने बताया कि मुफ्ती ने चार संस्थाओं पर 20 सालों में 20 करोड़ रुपये के गबन का भी मामला सामने आया है. इसमें एक संस्था मुफ्ती अब्दुल कादिर की भी है. यह सरकारी धन नहीं, बल्कि चंदे से इकट्ठा किया गया धन है. ऐसे में इस पूरे मामले की शिकायत डीएम विशाल भारद्वाज से की जाएगी. प्रबंध समिति द्वारा पिछले 50 सालों से अधिक समय से मदरसे में नियुक्ति, वेतन, बोनस आदि कार्य संपादित किया जाता है. इसके साथ ही लगभग 30 सालों से मुफ्ती अब्दुल कादिर की मदरसे में आलिया के पद पर नियुक्ति रही. 22 सालों तक प्रधानाचार्य भी रहे. अब्दुल कादिर ने डीएम को दिए गए प्रत्यावेदन में कार्यालय कार्मिकों पर अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप लगाया है. इस मामले की शिकायत डीएम से कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी.

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल का कहना है कि जिस समिति ने 30 साल पहले अब्दुल कादिर को आलिया के रूप में जॉइन कराया था. बर्खास्तगी के बाद उसी समिति को अवैध बताया जा रहा है. जबकि, इसी प्रबंध समिति द्वारा विगत 40 वर्षों से अधिक समय से मदरसे में नियुक्ति, वेतन, बोनस आदि कार्य संपादित किया जाता है. रजिस्टार के यहां से आई जिस प्रबंध समिति ने इन्हें टर्मिनेट किया, उसी ने 30 साल पहले इन्हें जॉइन कराया था. संस्था से सारी बातें रजिस्ट्रार को भेज दी गई हैं.

अल्पंसख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि विभाग पर दवाब बनाने के लिए धरना प्रदर्शन भी किया. जो भी मामले उठाए विभाग को बदनाम करने के लिए उठाए गए. आए दिन ऑफिस में दबाव बनाने के साथ गंदी बातें करते हैं. जिस कारण विभाग की छवि खराब हो रही है. अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल का कहना है कि ऑडियो की मजिस्ट्रेट जांच कराकर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. इसके साथ ही जो 20 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, उस मामले में भी मुफ्ती खुद इनवाल्व हैं. यही कारण है कि लगातार उसके द्वारा दबाव बनाया जा रहा है.

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