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750 किमी और 4 राज्यों को पार कर महाराष्ट्र से ओडिशा पहुंचा रॉयल बंगाल टाइगर

महाराष्ट्र का एक बाघ 750 किमी और 4 राज्यों को पार करते हुए ओडिशा जा पहुंचा है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह बाघ बेहतर इलाके की तलाश या साथी की तलाश में इस इलाके में आया है. हालांकि कि बाघ के आने से राज्य के गजपति जिले के लोग काफी डरे हुए हैं. Tiger In Odisha, Tiger Migrated to Odisha, Royal Bengal Tiger

Maharashtra's tiger reaches Odisha
महाराष्ट्र का बाघ ओडिशा पहुंचा

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 26, 2023, 7:51 PM IST

भुवनेश्वर:4 राज्यों और 750 किमी चलने के बाद महाराष्ट्र का एक बाघ ओडिशा जा पहुंचा है. रॉयल बंगाल टाइगर राज्य के गजपति जिले के पारलाखेमुंडी ओलाबार के जंगल में घूम रहा है, जहां वह स्थानीय लोगों के मवेशियों और अन्य पालतू जानवरों का शिकार कर रहा है. यह बाघ महाराष्ट्र के चंद्रपुर ब्रह्मपुरी वन प्रभाग की है. हालांकि, इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि बाघ इतनी लंबी दूरी कैसे पार कर ओडिशा पहुंच गया.

कहा जा रहा है कि बाघ शायद साथी या बेहतर माहौल की तलाश में आया होगा. 2021 में, रॉयल बंगाल टाइगर को महाराष्ट्र में एक कैमरा ट्रैप में पाया गया था. हालांकि, महाराष्ट्र से ओडिशा आते समय यह छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से गुजरते हुए लगभग 750 किमी पार कर गया लगता है. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि बाघ किस परिस्थिति में यात्रा करके ओडिशा पहुंचा है, लेकिन माना जा रहा है कि वह साथी या अच्छे माहौल के लिए यहां आया है.

हालांकि, ऐसा कहा जाता है कि यह बहुत दुर्लभ है कि कोई बाघ इतनी दूर से नदियों, कृषि क्षेत्रों, सड़कों और बस्तियों को पार कर जाए. रास्ते में इसके किसी इंसान पर हमला करने का कोई निशान नहीं मिला. राष्ट्रीय मीडिया में बताया गया है कि यह भारत में किसी बाघ द्वारा पार की गई यह दूसरी सबसे लंबी यात्रा है. एनवाई वाइल्डलाइफ पीसीसीएफ सुशांत नंद ने इस मामले को लेकर पत्रकारों से बातचीत की.

उन्होंने कहा कि यह जानने के लिए कि बाघ पारलाखेमुंडी में कहां से आया, एक ट्रैप कैमरा दृश्य भारतीय वन्यजीव संस्थान को भेजा गया था. हालांकि, इसकी धारियों को देखकर भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पुष्टि की है कि यह महाराष्ट्र के ब्रह्मपुरी वन प्रभाग का है. हो सकता है कि यह शक्तिशाली बाघ अपना क्षेत्र बनाने या एक साथी खोजने के लिए ओडिशा आया हो. ऐसा हो सकता है कि हमारे राज्य में अच्छे वन वातावरण के कारण यह शक्तिशाली बाघ ओडिशा में आ गया है.

पीसीसीएफ ने कहा कि ओडिशा में रॉयल बंगाल टाइगर कुनबे के विस्तार के लिए यह एक अच्छी खबर है. एसीएफ अशोक बेहरा परलाखेमुंडी ने कहा कि हाल ही में एक ट्रैप कैमरे ने गजपति जिले के पारलाखेमुंडी ओलाबार के जंगल में एक रॉयल बंगाल टाइगर का पता लगाया. यह दृश्य देरहादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान को भेजा गया. उन्होंने पुष्टि की कि बाघ महाराष्ट्र का है. क्योंकि इसी बाघ की तस्वीर 2021 में महाराष्ट्र ट्रैप कैमरे में रिकॉर्ड हुई थी.

उन्होंने कहा कि इन दोनों तस्वीरों में काफी समानता है. इसलिए भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा इसकी पुष्टि की गई है कि बाघ महाराष्ट्र का है जो ओडिशा आया है. उधर, गजपति में इस बाघ को लेकर स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है. वन विभाग द्वारा बाघ को फंसाने के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरे में कुछ दिन पहले गाय को मारकर खाए जाने की तस्वीर कैद हुई थी. हालांकि वन विभाग बाघ पर कड़ी नजर रखे हुए है और इसके लिए पांच विशेष टीमें बनाई गई हैं.

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