कुरुक्षेत्र: हरियाणा के किसानों ने एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सूरजमुखी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग और लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (दिल्ली-अमृतसर हाईवे) को जाम (Farmers jammed National Highway 44) कर दिया है. 6 जून को हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज किसानों ने पिपली में महापंचायत बुलाई, जिसके बाद किसान हाईवे पर बैठ गये.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा ट्रैफिक पुलिस ने इस मार्ग पर ट्रैफिक डायवर्ट किया है. ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए मुसाफिरों से अपील की है कि इस रास्ते से सफर ना करें और वैकल्पिक रूट का प्रयोग करें. पुलिस ने जो एडवायजरी जारी की है उसमें वैकल्पिक रूट के तौर पर कई रास्ते बताये गये हैं. खासकर करनाल, यमुनानगर, चंडीगढ़ जाने वालों के लिए हिदायतें दी गई हैं.
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किसान पूरे नेशनल हाईवे 44 पर बैठे हैं.
दिल्ली से चंडीगढ़ और अंबाला की तरफ से जाने वाले वाहनों के लिए मार्ग की जानकारी देते हुए ट्रैफिक पुलिस ने बताया है कि कुरुक्षेत्र सेक्टर 2/3 कट से ब्रह्मसरोवर, तृतीय गेट केयूके ढांड रोड से नेशनल हाईवे 152 डी का इस्तेमाल करें. ये रास्ता खुला रहेगा. इसके साथ ही यमुनानगर की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए उमरी चौक पुल के नीचे से वाया उमरी, इन्द्री, लाडवा-यमुनानगर भी खुला रहेगा.
वहीं चंडीगढ़ से करनाल, दिल्ली, यमुनानगर जाने वाले वाहनों के लिए अमन होटल पुल से जीटी रोड पर ना चढ़कर पुल के नीचे से साहा कट होते हुए दौसडका, अधौया, बाबैन से होते हुए जाने वाला मार्ग खुला रहेगा. इस तरफ जाने वाले लोग इसी रास्ते का इस्तेमाल करें. वहीं चंडीगढ़ से कैथल, हिसार, कुरूक्षेत्र जाने वाले वाहनों के लिए साहा पुल के नीचे से जलेबी पुल से होते हुए गुजरने की अपील की गई है.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH 44) देश का प्रमुख हाईवे है. एनएच 44 देश में सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग भी है. ये पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों के अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से होकर गुजरता है. हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों ने इसी हाईवे पर जाम लगाया है. हरियाणा से होकर ये मार्ग पंजाब और दिल्ली को जोड़ता है.
किसानों का समर्थन करने कुरुक्षेत्र पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 'पिपली अनाज मंडी में एमएसपी महापंचायत में फैसला लिया गया कि हम अपनी मांगे माने जाने तक हाईवे को बंद रखेंगे. अतः सभी प्रदेशों की इकाई अग्रिम सूचना तक कुरुक्षेत्र पर नजर बनाए रखें और अगले आदेश का इंतजार करें, सरकार की यह दमनकारी नीति देश का अन्नदाता बर्दाश्त नहीं करेगा.
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