प्रयागराजः शहर के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड की साजिश इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी से जुड़े मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में रची गयी थी. इस बात का पुलिस द्वारा खुलासा किए जाने के बाद हॉस्टल प्रशासन एक्शन में आया और पुलिस की मदद से हॉस्टल के सारे कमरे को खाली करवाकर सील कर दिया. इसी हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में सदाकत नाम का युवक रहता था. उसने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की और उसके बाद भी हॉस्टल के कमरे में अवैध रूप से रह रहा था. इसकी जानकारी के बाद पुलिस की मदद से हॉस्टल प्रशासन ने सारे कमरों को खाली करवा दिया. साथ ही ईद के बाद दूसरी बार हॉस्टल एलॉट करने पर विचार करने की बात कही गयी है. इस हॉस्टल में 107 कमरे हैं. इसमें 210 छात्र रहते थे, जिनमें 167 वैध बाकी 43 कमरों में अवैध छात्रों का कब्जा था.
पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जुड़ा मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल अपराधियो का गढ़ बन गया है. इस बात का खुलासा उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान हुआ है.विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को की गयी थी. इसके बाद उस मामले की जांच कर रही पुलिस और एसटीएफ को हत्याकांड से जुड़े तार इस हॉस्टल तक लाए. इसके बाद पुलिस को पता चला सदाकत नाम का लॉ छात्र अवैध रूप से इस हॉस्टल में रह रहा था.
अतीक अहमद गैंग से नजदीकी होने की वजह से उसकी पढ़ाई पूरी होने के बाद भी उससे कमरा खाली नहीं करवाया जा सका. इसके बाद पुलिस ने हॉस्टल की जांच की तो कई अवैध छात्र और बाहरी लोग हॉस्टल में रहते हुए मिले थे. इसके बाद पुलिस ने पूरे हॉस्टल की गतिविधियों की जांच की और इसी कड़ी में पुलिस की मदद से पूरे हॉस्टल को खाली करवाकर कमरों को सील कर दिया गया है.