मेरठ : मेरठ की बेटी ईशिका शर्मा का चयन रोल बॉल वर्ल्ड कप प्रतियोगिता के लिए इंडियन गर्ल्स टीम में हुआ है. यूपी से इंडिया टीम में चुनी जाने वाली ईशिका अकेली खिलाड़ी हैं. रोल बॉल वर्ल्ड कप प्रतियोगिता 21 अप्रैल से 26 अप्रैल के बीच होनी है. जिसमें अलग-अलग 50 से अधिक देशों की प्लेयर्स से मुकाबला होना है.
रोल बॉल वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम से मेरठ की ईशिका तैयार, 50 देशों से है मुकाबला
यूपी मेरठ के शास्त्रीनगर में रहने वाली ईशिका शर्मा का चयन रोल बॉल वर्ल्ड कप प्रतियोगिता के लिए इंडियन गर्ल्स टीम में हुआ है. इस प्रतियोगिता में 50 देशों के बीच मुकाबला होगा.
मेरठ के शास्त्रीनगर में रहने वाली ईशिका शर्मा ने देश की रॉल बॉल टीम में अपना स्थान बनाया है. ईशिका का चयन वर्ल्ड कप के लिए इंडियन गर्ल्स टीम में हुआ है. ईशिका बीकॉम आनर्स छात्रा हैं. पूना में आयोजित होने वाले छठवें रोल बॉल वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चयनित होने हर कोई ईशिका को बधाई दे रहा है. रोल बॉल वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चयनित होने पर ईशिका के घर पर लोगों का बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है.
वर्ल्ड कप में देश को गोल्ड दिलाना ही लक्ष्य : ईशिका ने अपना पहला वर्ल्ड कप 2019 में खेला था. तब इंडिया का दूसरा नम्बर आया था. बकौल ईशिका अब मेरा मन है कि इंडिया को गोल्ड दिलाऊं. यह दूसरी बार है जब इंडिया टीम में अवसर मिला है. वर्ल्ड कप प्रतियोगिता में इंडिया टीम जीते इसके लिए इस वक्त वह खूब पसीना बहा रही हैं. ईशिका ने कहा कि माता-पिता और परिवार का पूरा सहयोग मिला, तभी यहां तक पहुंची हूं.
ईशिका की मां आकांक्षा शर्मा का कहना है कि उनके परिवार के लिए बेहद ही गर्व की बात है कि उनकी बेटी भारत की टीम में जगह बनाने में सफल हुई है. पूरा भरोसा भी है कि रोल बॉल वर्ल्ड कप में भारत की टीम के सभी खिलाड़ी मेहनत के बल पर देश का मान बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि बेटियों को आगे लाने के लिए मां-बाप को भी सहयोग करना चाहिए, बेटियां लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. ईशिका के पिता एक प्राइवेट नौकरी करते हैं और उनकी मां किराना स्टोर चलाती हैं.
जानिए क्या है Roll Ball गेम : रोल बॉल खेल की शुरुआत भारत सबसे पहले भारत में ही हुई थी 2003 में. अंतर्राष्ट्रीय रोल बॉल फेडरेशन का गठन 2013 में हुआ था. ईशिका के कोच अंकुर गुप्ता बताते हैं कि इस गेम में हैंडबॉल, बास्केटबॉल तथा रोलर स्केटिंग तीनों खेलों से कुछ न कुछ लिया गया है. इस गेम में हैंडबॉल की तरह गोलपोस्ट है. वहीं बास्केटबॉल की तरह इसको ज़मीन पर पटक पटक कर उछाला जाता है. इस गेम में सामान्य जूतों के स्थान पर रोलर स्केट्स पहनना पड़ता है. रोलर्स जूते पहन कर खेले जाने वाले इस वाले इस गेम की प्रत्येक टीम में 12 (बारह) खिलाड़ी, 6 (छह) मैदान पर और 6 (छह) रिजर्व में होते हैं. खेल में निर्धारित समय के भीतर अधिकतम गोल करना होते हैं. गेम 50 मिनट का होता है. खेल की खासियत यह है कि बॉल को एकल या दोनों हाथों में रखा जाता है. एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाडी को बाल “पास” करते वक्त एक या दोनों हाथों का इस्तेमाल कर सकता है. बास्कटबॉल की तरह रोलबॉल खेल में भी बॉल को बार-बार जमीन पर उछाला जाता है.
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