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CWG 2022: मेडल का रंग बदलकर बॉक्सर अमित पंघाल ने मां से किया वादा निभाया, खीर चूरमा से होगा स्वागत

भारत के स्टार बॉक्सर अमित पंघाल कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. अमित पंघाल ने फाइनल मैच में इंग्लैंड के मैक्डोनाल्ड को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक (amit panghal won gold medal in cwg 2022) जीता. पंघाल की जीत से रोहतक के उनके पैतृक गांव मायना में खुशी का माहौल है. जानें कैसा रहा उनका अब तक का सफर.

Etv Bharatboxar amit panghal
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Published : Aug 7, 2022, 10:29 PM IST

रोहतक: 22वें राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. बर्मिंघम में खेले जा रहे 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स के दसवें दिन रविवार को भारत ने बॉक्सिंग का दूसरा गोल्ड मेडल जीता है. बॉक्सर नीतू के बाद अमित पंघाल ने 51 किलो भारवर्ग में इंग्लैंड के मैक्डोनाल्ड को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक (amit panghal won gold medal in cwg 2022) जीता. पंघाल की जीत से रोहतक में उनके पैतृक गांव मायना में खुशी का माहौल है.

2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में अमित पंघाल (Boxer Amit Panghal) ने रजत पदक जीता था. लिहाजा अमित इस बार अपनी मां ऊषा देवी से कह कर गए थे कि इस बार मैं मेडल का रंग बदलकर लाऊंगा और हुआ भी ऐसा ही. पिछली बार जीते रजत पदक को इस बार अमित ने गोल्ड में तब्दील कर दिया है. अमित पंघाल के पिता विजेंद्र पंघाल ने कहा कि उनके बेटे ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. टोक्यो ओलंपिक में जो कमी रह गई थी, उसे अमित पंघाल ने अब पूरा किया है.

CWG 2022: मेडल का रंग बदलकर बॉक्सर अमित पंघाल ने मां से किया वादा निभाया, खीर चूरमा से होगा स्वागत

मां खीर चूरमा से करेगी स्वागत: बॉक्सर अमित पंघाल (rohtak boxar amit panghal) की मां ऊषा देवी ने बताया कि अमित को खीर और चूरमा बहुत पसंद है. जब वो घर लौटेगा तो जोरदार स्वागत के साथ उसका मुंह खीर-चूरमा से ही मीठा कराएंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) के लिए अमित पंघाल महीनों घर से बाहर रहा. पटियाला में अभ्यास किया. उन्होंने बताया कि अमित पूरा फोकस अपनी प्रेक्टिस पर ही रखता है.

हरियाणा के रोहतक से हैं अमित पंघाल: बॉक्सर अमित पंघाल मूल रूप से रोहतक के मायना गांव (Amit Panghal Village Name) के रहने वाले हैं. उनका जन्म 16 अक्टूबर 1995 को हुआ था. गांव में कोच अनिल धनखड़ ने प्राइवेट बॉक्सिंग एकेडमी शुरू की थी. अमित के भाई अजय ने यहां प्रेक्टिस शुरू की. कुछ दिनों की प्रेक्टिस के बाद 2006 में अमित भी वहां जाने लग गया. दोनों भाइयों ने एक साथ प्रेक्टिस की और स्टेट बॉक्सिंग चैंपियन बन गए. बाद में भाई अजय ने बॉक्सिंग छोड़ दी थी. इसके बाद अमित पंघाल का सिलसिला लगातार जारी रहा.

अमित पंघाल की उपलब्धियां: युवा बॉक्सर अमित पंघाल वर्ष 2017 में उस समय चर्चा में आये थे, जब एशियन चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल हासिल किया था. उसके बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल, वर्ष 2018 में एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल, 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल, 2019 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और वर्ष 2021 में सिल्वर मेडल हासिल किया. अब एशियन गेम्स 2022 में अमित पंघाल ने गोल्ड मेडल (amit panghal won gold medal) जीतकर इतिहास रच दिया है.

करियर की शुरूआत में ही दिसंबर 2009 में औरंगाबाद में हुई 25वीं सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अमित पंघाल ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. 2010 में चेन्नई और वर्ष 2011 में पुणे में हुई सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. इसी के साथ राज्य स्तर की चौंपियनशिप में भी उसका बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहा. 2012 में पटियाला में हुई 45वीं जूनियर बाक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया. इसी साल विशाखापट्टनम में हुई प्रथम डॉ. बीआर अंबेडकर ऑल इंडिया पुरूष बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया. इसके बाद अमित पंघाल का सफर यहीं नहीं रूका और राज्य स्तरीय अनेक चैंपियनशिप में उसे बेस्ट बॉक्सर का खिताब हासिल हुआ.

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