सरगुजा: सरगुजा संभाग में मंत्रियों की भरमार है. प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव, अमरजीत भगत, प्रेम साय सिंह, संसदीय सचिव चिंतामणि, 3 कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त लोग (Baghel cabinet Ministers from Surguja) सरगुजा से आते हैं. यहां तक की केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी यहीं से हैं. ये सारे नेता खुद इन सड़कों पर चलते हैं. लेकिन दुर्भाग्य ऐसा है कि सरगुजा से निकलने वाली हर सड़क खस्ताहाल है. मुख्यालय अम्बिकापुर की भी सड़कों का यही हाल है. Roads of Surguja in bad condition
सरगुजा की सड़कों पर सफर हुआ जानलेवा: लोग कहते हैं कि सड़क इतनी खराब है कि घर से सर पर कफ़न बांध कर निकलते हैं, कब मौत आ जाये कोई भरोसा नही है. लगातार सड़क दुर्घटनाओं में मौत भी होती है कभी हाथ पैर टूट जाते हैं. धूल के गुबार से जीना मुहाल है. बारिश में इतना कीचड़ होता है, कि गाड़ी सड़क में है या खेत में, यह पता ही नहीं चलता है. Ministers from Surguja not constructing roads
नेशनल हाईवे सहित शहर की सड़कें भी खस्ताहाल: अम्बिकापुर संभाग मुख्यालय से रायगढ़, बिलासपुर जाने वाली नेशनल हाईवे का काम वर्षों से चल रहा है. लेकिन यह काम पूरा होने का नाम ही नहीं लेता. इसका नतीजा है कि सड़क खस्ताहाल है. अम्बिकापुर से बनारस मुख्य मार्ग भी पूरी तरह जर्जर हो चुका है. अम्बिकापुर से झारखंड को जोड़ने वाले रास्ते में मौत को दावत देने वाले बड़े गड्ढे हैं. इसके अलावा अम्बिकापुर शहर की भी सड़कों का बुरा हाल है. ambikapur latest news
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संभाग में मंत्रियों की भरमार:सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव चिंतामणि सिंह, कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद, बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, सीजीएमसी के अध्यक्ष प्रीतम राम, खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा, औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य भानु प्रताप सिंह भी इसी शहर में रहते हैं. ये सारे नेता इन्ही सड़कों पर रोजाना चलते हैं. लेकिन फिर भी सड़क खस्ताहाल है.
इतना ही नहीं शहर और जिले के बाहर संभाग के अन्य जिलों में पारस नाथ राजवाड़े संसदीय सचिव हैं. खेल साय सिंह विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं. कुनकुरी विधायक यूडी मिंज और कोरिया से विधायक अंबिका सिंह भी संसदीय सचिव हैं. कोरिया से विधायक गुलाब कमरो सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं. इनको भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है.
मंत्री पहले सड़क पर लेट कर देते थे धरना:अम्बिकापुर से रायगढ़ जाने वाली नेशनल हाईवे पिछले विधानसभा चुनाव का अहम मुद्दा रही है. मंत्री अमरजीत भगत तब विपक्ष कर विधायक थे और वो इस सड़क को बनवाने सड़क पर लेट कर आंदोलन करते थे. अब अमरजीत मंत्री हैं. बार बार सड़कों का निरीक्षण करते हैं. अधिकारियों को निर्देश और समझाइस देते हैं, लेकिन सड़क का काम है कि कछुआ से भी धीमी गति से चल रहा है. ambikapur latest news
मंत्रियों के आश्वासन के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं:सरगुजा की खस्ताहाल सड़कों को बनवाने कई आंदोलन हो चुके हैं. मंत्रियों ने मध्यस्थता भी की, आश्वासन भी दिए, लेकिन स्थित जस की तस है. सड़क खराब होने से लोगों को आवागमन में दिक्कत तो हो ही रही है, साथ ही खराब सड़क अब लोगों की जान भी ले रही है. लगातार सड़क एक्सीडेंट हो रहे हैं. इन्ही खस्ताहाल सड़कों पर ये सारे मंत्री और नेता भी चलते हैं. कुछ महीने पहले तो खुद मुख्यमंत्री भी सरगुजा घूम कर गए हैं. लेकिन सड़कों के निर्माण का काम भगवान भरोसे है.
केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी सरगुजा से :प्रदेश सरकार के मंत्रियों से साथ ही मेंदी सरकार की एक केंद्रीय मंत्री भी सरगुजा से ही हैं. सरगुजा से सांसद रेणुका सिंह केंद्रीय मंत्री हैं. इन सड़कों में ज्यादातर नेशनल हाईवे हैं. जो केंद्र सरकार बनवाती है. लेकिन स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री भी लापता रहती हैं. उन्होंने भी कभी इन सड़कों कर सुध नही ली है तभी तो सड़क की हालत ऐसी है. रेणुका सिंह अम्बिकापुर मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर ही दूर निवास रहती हैं. सूरजपुर जिले से अक्सर उनका भी आना जाना इन्ही सड़कों से होता है. लेकिन पता नही क्यों इन नेताओं को आम जनता की तकलीफ दिखाई नहीं देती है.