रामनगरी में बिछ रहा सड़कों का जाल. अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या आने वाले समय में विश्व पटल पर चमके इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके तहत लगभग 32000 करोड़ रुपये से रामनगरी को सजाने और संवारने की योजना है. इस योजना में अयोध्या में सड़कों का जाल बिछाने से लेकर ओवरब्रिज का निर्माण, यात्रियों के लिए सुविधा केंद्र, होटल और सीमावर्ती सभी जिलों से इस शहर को जोड़ने वाली सड़कों को और चौड़ा करने और गेट बनाने सहित नव्य अयोध्या प्रोजेक्ट भी शामिल है.
रामनगरी में विकास कार्यों का बजट.
प्रवेश के सभी मार्गों पर बनेंगे विशाल प्रवेश द्वार
लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में फैली इस प्राचीन नगरी में सबसे बड़ी समस्या आवागमन की रही है. पुरानी अयोध्या की सड़कें इतनी सकरी है कि वर्तमान में लगातार बढ़ रही राम भक्तों की संख्या को देखते हुए जाम की स्थिति रहती है. आने वाले समय में अयोध्या आने वाले लाखों राम भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. अयोध्या में प्रवेश से लेकर प्रमुख मंदिरों की तरफ जाने वाले मार्गों का बड़ा प्रोजेक्ट शामिल है. इस प्रोजेक्ट में श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तरफ जाने वाला भक्ति पथ, राम जन्मभूमि पथ अयोध्या शहर में प्रवेश करने वाला रामपथ और लखनऊ गोरखपुर हाईवे से अयोध्या सरयू नदी को जोड़ने वाला धर्मपथ शामिल है.
श्रीराम मंदिर से पहले तैयार हो जाएंगी सड़कें. दिसम्बर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएंगे ओवरब्रिज और सड़क प्रदेश सरकार में पर्यटन संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि जनवरी 2024 में भगवान राम लला के मंदिर का भव्य उद्घाटन है. यह एक ऐसा मौका होगा जब पूरे विश्व से जुड़े सनातन धर्म से जुड़े लोग अयोध्या की तरफ अपना रुख करेंगे. ऐसे में इस प्राचीन अयोध्या को सजाने संवारने को लेकर केंद्र प्रदेश संकल्पित है. दिसंबर 2023 तक 14 कोसी परिक्रमा पथ, पंचकोसी परिक्रमा पथ,रामपथ सहित अयोध्या में पड़ोसी जनपदों से जोड़ने वाली 6 सड़कों पर छह मुख्य प्रवेश द्वार, वाहनों की पार्किंग के लिए मल्टीनेशनल पार्किंग और ओवरब्रिज निर्माण का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की योजना है. हाईवे से राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ने वाले मुहावरा बाजार टेढ़ी बाजार ओवरब्रिज का काम 80 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है. इसके अतिरिक्त उदया चौराहे के पास परिक्रमा पथ पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी 95 फ़ीसदी पूरा हो चुका है.
32 हजार करोड़ की लागत से रामनगरी में हो रहा विकास कार्य. सड़कों जाल बिछाना बेहद ज़रूरी थाजगतगुरु रामदिनेशाचार्य ने बताया कि इस पौराणिक नगरी से दुनिया भर के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. अयोध्या में आने जाने वाले मार्ग बेहद सकरे थे. इस प्रकार से 13 किलोमीटर लम्बे राम पथ का निर्माण कार्य हो रहा है. वह निश्चित रूप से स्वागत योग्य है. आने वाले समय में अयोध्या में श्रद्धालुओं की इतनी संख्या होगी कि सड़कों पर पैदल चलना मुश्किल होगा. ऐसे में बेहद आवश्यक था कि इन सड़कों को चौड़ा किया जाए. सड़कों का यह जाल अयोध्या के चतुर्दिक विकास में मिल का पत्थर साबित होगा.
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रामनगरी में सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है. विश्व पटल पर चमकेगी अयोध्या
तपस्वी छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि जब भी विकास योजनाएं शुरू होती हैं तो थोड़ी असुविधा जरूर होती है. आज सड़कों को चौड़ा करने के लिए अयोध्या के मकान और दुकानों को तोड़ा गया है. यह समस्या अयोध्या वासियों को है. लेकिन आने वाला भविष्य उज्जवल है. आने वाले कुछ महीनों में जब अयोध्या के सभी सड़के बनकर तैयार हो जाएंगी तो अयोध्या में प्रवेश करने से लेकर भगवान राम लला के दर्शन मार्ग तक राम भक्तों को आने-जाने में असुविधा नहीं होगी. केंद्र प्रदेश की सरकार ने जिस प्रकार से अयोध्या में सड़कों का जाल बिछाना शुरू कर दिया है. निश्चित रूप से इसका लाभ दुनिया भर से आने वाले राम भक्तों को और पर्यटकों को भी मिलेगा. अयोध्या में पर्यटन संबंधी गतिविधियां बढ़ने से लोगों के रोजगार के माध्यम बढ़ेंगे.
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