लखनऊ: एक कामयाब पुरुष के पीछे महिला का हाथ होता है. इस कहावत में कुछ बदलाव करती है पैरालंपिक बैडमिंटन में रजत पदक विजेता सुहास एल वाई और उनकी पत्नी ऋतु सुहास की कहानी. यह दोनों पति-पत्नी कामयाबी की एक इबारत हैं, जिसमें एक-दूसरे के जीवन में सहयोग की कहानी अद्भुत रही है. सुहास एल वाई ने जहां ब्यूरोक्रेसी और खेल में धाक जमाई, वहीं, ऋतु सुहास ने सौंदर्य के क्षेत्र में झंडे गाड़े हैं. ऋतु सुहास मिसेज इंडिया का खिताब जीत चुकी हैं. साथ ही पीसीएस अधिकारी भी हैं. लखनऊ में मुख्तार अंसारी के अनेक अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने में ऋतु सुहास का सबसे बड़ा योगदान रहा था.
2019 में जीता था मिसेज इंडिया का खिताब
टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने सिल्वर मेडल जीता है. बता दें, सुहास एलवाई उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में सुहास की पत्नी ऋतु सुहास गाजियाबाद में एडीएम प्रशासन पद पर तैनात हैं, जबकि कुछ समय पहले वह लखनऊ विकास प्राधिकरण में संयुक्त सचिव की भूमिका में थीं. वह 2004 बैच की पीसीएस अधिकारी हैं. ऋतु मिसेज इंडिया-2019 का खिताब भी जीत चुकी हैं.
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2008 में हुई थी ऋतु और एल वाई की शादी
ऋतु और सुहास एल वाई की शादी 2008 में हुई थी. उनके दो बच्चे हैं. ऋतु सुहास ने कहा कि यह कामयाबी हमारे परिवार के लिए अविस्मरणीय है. उन्होंने कहा कि उनके पति ने बहुत अच्छा खेल दिखाया और देश का नाम रोशन किया है. हमें उन पर गर्व है. यह पूरे देशवासियों के लिए हर्ष का विषय है. ऋतु ने बताया कि पीएम मोदी और सीएम योगी का फोन हमारे लिए सबसे खास रहा. पिछले छह साल से कड़ी मेहनत कर रहे थे. कड़ी मेहनत व लगन से उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में अच्छा खेल दिखाया. उनका सपना पैरालिंपिक में भारत के लिए खेलना था. उन्होंने अपने जीवन के लगभग 6 वर्ष इसके लिए समर्पित कर दिए. मैंने उन्हें परिणाम की चिंता किए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलने के लिए कहा था.