जम्मू : इस महीने के अंत में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था और अन्य तैयारियों की समीक्षा की गई. दो साल के अंतराल के बाद इस बार अमरनाथ यात्रा हो रही है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे में अमरनाथ यात्रा के बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों का दौरा किया और सभी हितधारक विभागों की तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र की समीक्षा की.
उन्होंने ठहरने, स्वास्थ्य देखभाल, संचार नेटवर्क, स्वच्छता, जल आपूर्ति, मौसम पूवार्नुमान, आपातकालीन प्रतिक्रिया, अग्नि सुरक्षा और अन्य सभी बुनियादी बातों पर चर्चा करने के लिए यात्रा मार्गों और आधार शिविरों में समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता की. बालटाल में, उपराज्यपाल ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 70 बिस्तरों वाले पूरी तरह से सुसज्जित डीआरडीओ अस्पताल का उद्घाटन किया.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित अस्पताल में एक्स-रे, जनरल वार्ड, ओपीडी, आईसीयू, ऑक्सीजन युक्त वार्ड, फामेर्सी, प्रयोगशाला और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाएं होंगी. उपराज्यपाल ने कहा, 'यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं, निर्बाध यात्रा और आध्यात्मिक अनुभव के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय अत्यंत महत्वपूर्ण है. यात्रा प्रबंधन में शामिल सभी विभागों को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं सुनिश्चित करनी चाहिए क्योंकि वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए बड़ी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है.'
सुरक्षा व्यवस्था, तैयारियों की समीक्षा :इससे पहले मनोज सिन्हा ने गुरुवार को भी यात्रा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की थी. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि एकीकृत कमान की बैठक में मुख्य सचिव के साथ ही गृह विभाग, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. अधिकारियों ने सिन्हा को समग्र सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया जबकि अमरनाथ यात्रा से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं पर गहन चर्चा भी की गई. अधिकारी ने कहा कि सिन्हा ने दूरसंचार संपर्क, स्वास्थ्य देखभाल, अग्नि सुरक्षा, बिजली और पानी की आपूर्ति, मौसम पूर्वानुमान, स्वच्छता, ठहरने, लंगर प्रबंधन और आपदा प्रबंधन की विस्तृत योजनाओं की समीक्षा की.
अधिकारी ने कहा कि सिन्हा ने सुरक्षा व्यवस्था सहित सभी बुनियादी जरूरतों के लिए विस्तृत योजनाओं की भी समीक्षा की, जिन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ मिलकर सभी तीर्थयात्रियों के लिए तैयार किया है. उपराज्यपाल ने उन सभी बुनियादी जरूरतों की विस्तृत योजनाओं की भी समीक्षा की, जिनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के साथ सभी तीर्थयात्रियों और सेवा प्रदाताओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था शामिल है. उपराज्यपाल ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) और अन्य विभागों द्वारा की गई व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया.
उपराज्यपाल ने कहा, 'सरकार तीर्थयात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. वर्षों से व्यवस्था में सुधार हुआ है. यहां यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य, संचार, जल शोधन समेत सभी जरूरी सुविधाएं हैं. हम ऊंचाई के मुद्दों से अवगत हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिकल बेड, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ तैनात हैं.' श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ ने भी बैठक में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए सेवाओं और पवित्र तीर्थयात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए क्या करना है और क्या नहीं, के बारे में जानकारी दी.
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