दुर्ग: वन विभाग और नोवा नेचर ने मंगलवार को संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर एक यूरेशियन ईगल उल्लू की जान बचाई. भिलाई के जवाहर नगर में ईगल उल्लू के होने की सूचना मिली. जिसके बाद तीन दिनों तक संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया और ईगल उल्लू को सुरक्षित मैत्री बाग जू भिलाई में छोड़ा दिया गया है.
वन विभाग को भिलाई के जवाहर नगर निवासी अनिल सहाय के घर की छत पर ईगल उल्लू के होने की सूचना मिली. अनिल सहाय की बेटी आभा सहाय ने बताया कि कुछ शरारती तत्व उल्लू को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो वो लोग मौके से भाग निकले. जिसके बाद उल्लू उनकी छत पर आकर बैठ गया.
वन विभाग ने इसे यूरेशियन ईगल उल्लू बताया
वन विभाग के अमले ने वयस्क अवस्था के यूरेशियन ईगल उल्लू की पहचान की. इसका साइज तकरीब दो से ढाई फीट है. गर्मी की वजह से उल्लू लोगों के घर की छत पर बैठा था. वन विभाग और नोवा नेचर ने संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 3 दिन बाद ईगल उल्लू को बचाया.
वन विभाग को उल्लू का रेस्क्यू करने में काफी परेशानी हुई क्योंकि टीम जब भी उल्लू के पास जाती वह उड़कर दूसरे घरों की छत पर जाकर बैठ जाता था. करीब 3 दिनों तक ये सिलसिला चलता रहा.
आखिरकार ज्वाइंट टीम ने तीसरे दिन रेस्क्यू कर उल्लू को सफलता पूर्वक बचा लिया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के सहायक परिक्षेत्र अधिकारी भिलाई 3 के विक्रम ठाकुर, वनरक्षक सुपेला एन रामा राव, नोवा नेचर अजय चौधरी की अहम भूमिका रही.