पानीपत: दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के लिए 26 जनवरी का दिन अहम है. इस दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था. इस साल सभी भारतीय 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. देश की आजादी के बाद भारतीय संविधान का गठन हुआ था. ऐसे पावन मौके पर देश के उन सच्चे वीरों को भी याद किया जाता है. जिन्होंने देश सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी. आज हम आपको एक ऐसे ही परिवार के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसकी तीन पीढ़ियां देश सेवा में लगी हुई हैं और 2 लाल देश सेवा में शहीद हो गए (Panipat army family) हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं पानीपत के सुताना गांव के कौशिक परिवार की.
किसी ने खूब कहा है कि 'आज तिरंगा फहराता है अपनी पूरी शान से, हमें मिली आजादी वीरों के बलिदान से'. गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर ईटीवी भारत ने देश सेवा में आगे रहने वाले इस परिवार से खास बातचीत की. कौशिक परिवार के मुखिया गोपीचंद शर्मा इंडियन आर्मी में थे. उनके बाद उनके बड़े बेटे विष्णु दत्त शर्मा ने इंडियन आर्मी और गोपीचंद के छोटे बेटे कृष्ण ने इंडियन नेवी में भर्ती हुए. 2002 में गोपीचंद के बड़े बेटे विष्णु दत्त शर्मा गुवाहाटी में शहीद हो गए और हाल ही में 18 जनवरी को छोटे बेटे कृष्णदत्त इंडियन नेवी के डॉकयार्ड पर आईएनएस रणवीर में हुए ब्लास्ट में शहीद हो (panipat soldier Krishan Kumar martyr) गए.
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इस परिवार के कई सदस्य आज भी इंडियन आर्मी में बड़े पदों पर तैनात हैं. विष्णु दत्त शर्मा के बड़े बेटे मर्चेंट नेवी में बड़े ऑफिसर के पद पर तैनात हैं. वहीं छोटा बेटा रघु इंडियन आर्मी में बतौर लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुआ था और आज कैप्टन बन चुका है. हाल ही में शहीद हुए कृष्ण के बेटे भी एयर फोर्स और इंडियन नेवी की तैयारी कर रहे हैं. इतना ही नहीं इस गांव से 1962 के अंदर हुए युद्ध में लगभग 80 लोग इंडियन आर्मी में भर्ती हुए थे.