नई दिल्ली : शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने रविवार को कहा कि क्षेत्रीय दलों को एकसाथ आना चाहिए. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक राष्ट्रीय मोर्चा बनाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के साथ उनकी पार्टी की कहानी खत्म हो गई है.
बादल ने कहा कि किसानों के मुद्दे अकाली दल की विचारधारा के मूल में हैं और उनकी पार्टी इनपर कभी समझौता नहीं कर सकती है. इसलिए उसने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर भाजपा (Bhartiya Janata Party-BJP) के साथ अपना दशकों पुराना गठबंधन तोड़ दिया और केंद्र सरकार से बाहर हो गई.
बादल ने एक साक्षात्कार में कहा कि अकाली दल किसानों की पार्टी है और उनके मुद्दे हमारी विचारधारा के मूल हैं. चाहे कुछ भी हो जाए और हमें जो भी कीमत चुकानी पड़े, हम इन कानूनों को पंजाब में लागू नहीं होने देंगे. किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.
पिछले साल सितंबर में, बादल की पत्नी हरसिमरत कौर ने विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ दिया था.
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विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का दावा है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को खत्म कर देंगे और उन्हें बड़े कार्पोरेट की दया पर निर्भर बना देंगे. कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश करने वाली सरकार के साथ उनकी 10 दौर से अधिक की बातचीत दोनों पक्षों के बीच गतिरोध को तोड़ने में विफल रही है.
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party-BSP) के साथ अकाली दल के नए गठबंधन के बारे में बादल ने कहा कि दोनों दलों के बीच गठबंधन स्थायी है और भाजपा के साथ अकाली दल की कहानी खत्म हो गई है. पार्टी के भविष्य के कदम पर बादल ने कहा कि अकाली दल विभिन्न क्षेत्रीय दलों से बात कर रहा है ताकि 2024 के आम चुनाव से पहले वे सभी एक मंच पर आ सकें.