नई दिल्ली: यूरोपीय संसद (EU) में मणिपुर के हालात पर हुए चर्चा पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. भारत ने कहा है कि ये पूरी तरह से हमारा अंदरुनी मामला है. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार (13 जुलाई) को ट्वीट किया कि हमने देखा है कि यूरोपीय संसद ने मणिपुर पर चर्चा की और एक तथाकथित अत्यावश्यक प्रस्ताव अपनाया.
अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में इस तरह का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है और औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है. न्यायपालिका समेत सभी स्तरों पर भारतीय अधिकारी मणिपुर के हालात से परिचित हैं और अमन और सद्भाव व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संसद को सलाह दी जाएगी कि वह अपने वक्त का इस्तेमाल अपने आंतरिक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए करें. मणिपुर में करीब दो महीनों से हिंसक संघर्ष की घटनाएं सामने आई हैं. विपक्षी दलों ने सरकार के इसमें विफल बताया है.