देहरादून:वन अनुसंधान संस्थान देहरादून (FRI Dehradun) में से कोई बीते दिनों को कीमती लाल चंदन का पेड़ काटकर ले गया (Red sandalwood tree stolen) और एफआरआई प्रबंधन को इसकी खबर तक नहीं लगी है. हालांकि, अब जैसे ये मामला प्रकाश में आया तो एफआरआई प्रबंधन कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया (sandalwood tree stolen in FRI Dehradun) है. पुलिस अभी एफआरआई देहरादून से लाल चंदन का पेड़ चुराने वाले 'पुष्पा' की तलाश में जुटी हुई है. आखिर वो कौन चोर है, जिसने एफआरआई प्रबंधन को पता भी नहीं लगाने दिया और लाल चंदन का पेड़ पर हाथ साफ कर दिया.
इस पूरे मामले में हैरानी की बात ये है कि एफआरआई कैंपस के अंदर से तस्कर लाल चंदन का पेड़ काटते हैं और फिर से उसे आराम से लेकर भी चले जाते हैं, लेकिन एफआरआई के किसी अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा की जिम्मा संभाल रहे लोगों को इसका कानो कान खबर तक नहीं होती है. सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं क्योंकि किसी बाहरी व्यक्ति का एफआरआई कैंपस में प्रवेश पाना इतना आसान नहीं है.
FRI में से लाल चंदन का पेड़ काट ले गया 'पुष्पा'. पढ़ें- देहरादून की ऐतिहासिक बिल्डिंग टूटने का काउंटडाउन शुरू, 1940 से बसे परिवारों ने बयां किया दर्द पुलिस को अंदर के लोगों पर शक: देहरादून की कैंट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. प्राथमिक जांच में पुलिस को भी ऐसा ही लग रहा है कि अंदर के किसी व्यक्ति की मिलीभगत के बिना इस वारदात को अंजाम नहीं दिया जा सकता है. पुलिस का मानना है कि विभाग का ही कोई अधिकारी या कर्मचारी चंदन तस्करों की मदद कर रहा है.
देहरादून एसएसएसपी दलीप सिंह कुंवर भी पुलिस की थ्योरी से इत्तेफाक रखते हैं कि कोई भीतर का आदमी इस खेल में शामिल है. क्योंकि एफआरआई कैंपस के सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुऐ हैं. इसके अलावा प्राइवेट सिक्योरटी गार्ड भी यहां तैनात रहते हैं. किसी भी व्यक्ति को बिना पास के अंदर नहीं जाने दिया जाता है. हालांकि, कोई व्यक्ति चंदन के कटे हुए पेड़ ले जाते हुए सीसीटीवी में कैद नहीं हुआ है. जिस इलाके में चंदन के पेड़ लगे हुए वहां भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है. एफआरआई कैंपस में पेड़ चोरी का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी यहां चंदन के पेड़ों की चोरी हो चुकी है.