नई दिल्ली :कोविड के बाद भारतीय रेलवे को यदि किसी एक फैसले के कारण से सबसे अधिक आलोचनाओं का सामना करना पड़ा तो वह था वरिष्ठ नागरिकों को किराए में मिलने वाली छूट को वापस लेना. आम लोगों से लेकर विपक्षी दलों के राजनेताओं तक ने इसकी आलोचना की थी. अब खबर यह है कि संसदीय स्थाई समिति ने एक बार फिर इस छूट को लागू करने की सिफारिश की है, जो 20 मार्च 2020 के बाद से बंद है. भाजपा सांसद राधा मोहन सिंह इस संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष है.
पढ़ें : Budget 2023: रेलवे की कायापलट की तैयारी, मिला अब तक का सबसे बड़ा बजट
संसदीय स्थाई समिति ने संसद के दोनों सदनों में एक रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसा कि सरकार ने बताया है कि कोविड का दौर समाप्त हो चुका है. रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे ने कोविड प्रतिबंधों के कारण वरिष्ठ नागरिकों को किराए में मिलने वाली छूट को वापस लिया था ताकि उसकी कमाई में कम असर पड़े. समिति ने कहा है कि रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि उसे इससे फायदा भी हुआ. समिति ने कहा है कि अब स्थितियां बेहतर हो गई हैं. इसलिए, वरिष्ठ नागरिकों को किराए में मिलने वाली छूट को वापस लागू कर देना चाहिए.
पढ़ें : Automatic track-machine : रेलवे में पटरी बिछाने के काम को मिलेगी रफ्तार, जानें कैसे