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केरल में सड़क निर्माण के दौरान पेड़ों की कटाई से पक्षियों की मौत, सरकार ने मांगी रिपोर्ट - केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी

केरल में एनएचएआई की ओर से सड़क निर्माण के दौरान लापरवाही से एक पेड़ को काटने के कारण बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत संबंधी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंत्रालय ने एनएचएआई से रिपोर्ट मांगी गई है.

Reckless cutting of tree for NHAI project kills large number of birds in Kerala govt seeks reportEtv Bharat
NHAI परियोजना के लिए पेड़ की अंधाधुंध कटाई के बाद केरल में पक्षियों की मौत, सरकार ने मांगी रिपोर्टEtv Bharat

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Published : Sep 3, 2022, 2:16 PM IST

Updated : Sep 3, 2022, 2:29 PM IST

मलप्पुरम: केरल में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI ) की ओर से सड़क निर्माण कार्य के दौरान एक पेड़ को लापरवाही से काटने के कारण बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हो गई, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. यह घटना जिले के रंदाथानी इलाके की है. इस वीडियो को अगस्त के पहले सप्ताह में शूट किया गया था. एक मशीन का उपयोग करके एक विशाल पेड़ को काटते हुए दिखाया गया है.

पेड़ों की कटाई से पक्षियों की मौत

पेड़ गिरने से कई पक्षी जमीन पर गिरते देखे गए, उनमें से कई चूजे थे. मंत्री के कार्यालय की ओर से कहा गया कि एनएचएआई से रिपोर्ट मांगी गई है. उनके कार्यालय की ओर से कहा गया, 'मंत्री ने ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है, जिसे काम सौंपा गया था. इस बीच, एडवन्ना वन रेंज अधिकारी ने खुदाई करने वाले और उसके मशीन चालक को हिरासत में ले लिया है.

सेव वेटलैंड्स इंटरनेशनल मूवमेंट के सीईओ थॉमस लॉरेंस द्वारा इस संबंध में एक शिकायत केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को भेजी गई थी. इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. लॉरेंस ने एजेंसी से कहा, 'कई पक्षी और उनके बच्चे विस्थापित हो गए जो वास्तव में दिल तोड़ने वाला है. साल का यह समय पक्षियों की आबादी बढ़ाने का होता है. वे कुछ और हफ्तों तक इंतजार कर सकते थे जब तक कि युवा उड़ने में सक्षम नहीं हो जाते.'

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एक वन्यजीव फोटोग्राफर प्रवीन मुरलीधरन ने कहा, गडकरी के कार्यालय ने इस संबंध में भेजी गई शिकायत पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इन पक्षियों का उचित पुनर्वास पहले किया जाना चाहिए था. कम से कम वे तब तक इंतजार कर सकते थे जब तक कि बच्चे पक्षी उड़ने के लिए सक्षम नहीं हो जाते. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.

Last Updated : Sep 3, 2022, 2:29 PM IST

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